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Noida Crime Hindi News: नोएडा विकास प्राधिकरण के 3.90 करोड़ रुपये के एफडी घोटाले में एक और आरोपी गिरफ्तार

अब भी घोटाले में शामिल कई आरोपी हैं पुलिस की पकड़ से बाहर, तलाश कर रही पुलिस, नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण के दो फर्जी पत्र बरामद

नोएडा। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट थाना सेक्टर-58 नोएडा की पुलिस ने नोएडा विकास प्राधिकरण के 3.90 करोड़ रुपये के एफडी घोटाले में एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके पास से दो फर्जी पत्र नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण के बरामद किए हैं।

कौन है पकड़ा गया आरोपी

पुलिस ने आज शनिवार को फर्जी एवं कूटरचित दस्तावेज तैयारकर नोएडा विकास प्राधिकरण की एफडी बनाकर 3 करोड़ 90 लाख रुपये स्थानांतरण कर धोखाधड़ी करने के आरोप में जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया है उसकी पहचान राजेश कुमार पांडेय निवासी-एफ 444, गली नंबर-9, गंगा विहार, थाना गोकलपुरी, दिल्ली के रूप में हुई है। पुलिस ने उसे मेट्रो स्टेशन के पास सेक्टर-59 नोएडा से गिरफ्तार किया।

क्या है मामला

पकड़ा गया आरोपी राजेश कुमार पांडेय ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसकी त्यागी और मिश्रा से नोटबंदी के दौरान जान पहचान हुई थी। उन्होंने कहा था की नोएडा विकास प्राधिकरण से 200 करोड़ रुपये एफडी के लिए बैंक में आएगा। उसे 5 प्रतिशत बैंक से कमिशन मिलेगा। उसने अपने पहचान वाले सुधीर चौधरी से बात की। उसकी पहचान का बैंक मैनेजर बैंक आफ इंडिया शाखा सेक्टर-62 में मिल गया। उसके बाद हम लोगों ने सेक्टर-34 नोएडा मे मीटिगं की और पूरी प्लानिंग बनी की अथॉरिटी का 200 करोड़ रुपये एफडी के लिए बैंक ऑफ इंडिया शाखा, सेक्टर 62 नोएडा में आएगा। फर्जी एफडी बनेगी और नोएडा विकास प्राधिकरण में जमा होगी। बाद में उसी बैंक में फर्जी कांट्रेक्टर के नाम के खाते खुलवाकर धीरे-धीरे रुपये ट्रांसफर कराते रहेगें। खाता अब्दुल खादर नामक व्यक्ति का खुलेगा। विकास प्राधिकरण का अकाउन्ट अधिकारी बनकर खाता खुलवाए जाएंगे जिसका फर्जी लेटर होगा। अब्दुल खादर, सुधीर और मैं (राजेश) बैंक के अंदर जाते थे। 23 जून को बैंक मैनेजर ने बताया कि खाता खुल गया है। उन्होंने खाता खुल जाने की स्लिप भी दी थी। 26 जून को हमें पता चला कि बैंक में जो हमने फर्जी खाता खोला था, उसमें 200 करोड़ रुपये आ गए हैं। जिस पर हमने 27 जून  को फर्जी एफडी बनाकर विकास प्राधिकारण में जमा करा दी।

राजेश ने पुलिस को बताया है कि 30 जून को हम सभी लोग बैंक गए और तीन फर्जी खाते खुलवाकर विकास प्राधिकरण के कांट्रेक्टर बनकर विकास प्राधिकरण का 3 करोड़ 90 लाख रुपये तीनों खातो में ट्रांसफर करवा लिए। उन खातों से मन्नु भोला ने अपने खातों में उसी दिन रुपये ट्रांसफर करा लिया। उसके पास से जो नोएडा प्राधिकरण की दो पत्रों की छाया प्रति मिली है जिसमें एक असली और एक नकली है, इनकी छाया प्रति उसने छुपा ली थी। पूरे रुपये मनु भोला लेकर फरार हो गया है।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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