नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट : शुक्रवार से एक माह के लिए प्रतिदिन परीक्षण उड़ान करेंगे 3 विमान
ग्रेटर नोएडा (federal bharat news) : उत्तर प्रदेश सरकार के अतिमहत्वाकांक्षी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से शुक्रवार यानी लगभग 24 घंटे बाद परीक्षण उड़ान शुरू हो जाएगी। नोएडा एयरपोर्ट के रनवे से 15 नवंबर से 15 दिसंबर तक प्रतिदिन 3 विमानों की लैंडिंग और टेक ऑफ होगी। ट्रायल की रिपोर्ट नागरिक उड्डयन मंत्रालय (DGCA) को भेजी जाएगी। DGCA से सभी लाइसेंस मिलने के बाद अगले वर्ष अप्रैल 2025 से व्यावसायिक उड़ानों को शुरू किया जा सकेगा।
30 को यात्री व क्रू के साथ होगी लैंडिंग और टेक ऑफ
यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह के अनुसार, 30 नवंबर को तीन प्रकार के विमान परीक्षण के लिए रनवे पर उतारे जाएंगे। इनमें यात्री और विमान का क्रू शामिल होगा। उड़ान के लिए जरूरी लाइसेंस और रनवे की टेस्टिंग का कार्य 15 नवंबर को शुरू हो जाएगा। परीक्षण के दौरान प्रतिदिन लैंडिंग और विमानों का टेकऑफ किया जाएगा।
इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम स्थापित
सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह के अनुसार, नोएडा एयरपोर्ट पर कैट-1 और कैट-3 उपकरण स्थापित किए जा चुके हैं। यह उपकरण कोहरे के दौरान विमान की ऊंचाई और दृश्यता के संबंध में सटीक जानकारी उपलब्ध कराते हैं। साथ ही इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम भी यहां लगाया गया है। इसका अक्टूबर में परीक्षण कराकर डीजीसीए से अप्रवूल ले लिया गया था। यह उपकरण खराब मौसम में पायलटों को सही दिशान बताने में काम आता है और लैडिंग व टेकऑफ के लिए काफी मददगार होता है। उल्लेखनीय है कि खराब मौसम और कोहरे जैसी प्रतिकूल परिस्थिति में लैंडिंग हो सके, इसके लिए सीएटी-1 और सीएटी-3 उपकरणों की जांच की गई थी। इस उड़ान से एयरपोर्ट पर नेविगेशन और रनवे की लैंडिंग लाइट्स से जुड़ी सभी अहम चीजें दुरुस्त पाई गईं। अब फाइनल परीक्षण उड़ान है, जिसके बाद एयरपोर्ट से वर्ष 2025 से व्यावसायिक उड़ानें शुरू हो जाएंगी।
भूमि अधिग्रहण नीति में भी बदलाव
उल्लेखनीय है कि यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण यीडा के अनुसार, नोएडा एयरपोर्ट के आसपास के क्षेत्र को और विकसित करने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भूमि अधिग्रहण नीति में भी बदलाव किया है। ढांचागत सुविधाओं के लिए होटल, रेस्टोरेंट और ट्रैफिक के वास्ते भूमि अधिग्रहण की सीमा 5 फीसद से बढ़ाकर 20 फीसदी तक की गई है। इस नीति से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरे उतरने वाले होटल समूहों के और अधिक निवेश को बढ़ावा मिलेगा। इससे यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मुहैया कराई जा सकेंगी।
हवाई अड्डे के बन जाने से क्या होगा
यात्री नए हवाई अड्डे से विमान सेवा ले सकेंगे।इस हवाई अड्डे को अगले साल अप्रैल महीने में शुरू कर दिया जाएगा। जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की शुरुआत की खासियत ये होगी कि यहां अगले साल 17 अप्रैल से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा का परिचालन भी शुरू कर दिया जाएगा। आम तौर पर हवाई अड्डों पर पहले घरेलू उड़ानें शुरू की जाती हैं और बाद में इंटरनेशनल, लेकिन यहां ऐसा नहीं होगा। नोएडा एयरपोर्ट शुरू हो जाने से ना सिर्फ नोएडा, बल्कि गाजियाबाद में रहने वाले लोगों को भी सहूलियत होगी। दिल्ली के एक हिस्से के यात्रियों के लिए भी एयरपोर्ट पहुंचना आसान हो जाएगा। इसके अलावा दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का भार भी काफी घट जाएगा।