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Noida News: फर्जी काल सेंटर खोलकर लोगों के साथ करते थे ठगी, पुलिस ने तीन को किया गिरफ्तार

फर्जी आईडी पर लेते थे सिम, उससे लोगों को काल कर विभिन्न योजनाओं में लोन दिलाने का झांसा देकर ऐंठते थे रकम

नोएडा। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट थाना सेक्टर-63 नोएडा की पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर खोलकर फर्जी आईडी से ही हासिल सिमों से कॉल कर विभिन्न योजनाओं में लोगों से रकम ऐंठकर ठगी करने के आरोप में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपी लोगों को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, वित्त मंत्रालय, फाइनेंस लोन हब व अन्य बैंकों से लोन दिलाने के नाम पर लोगों से फाइल चार्ज, ईसीएस चार्ज तथा जीएसटी के नाम पर रकम लेकर करोड़ों रूपये की ठगी कर चुके हैं। पुलिस ने उनके पास से अन्य वस्तुओं के साथ ही पांच लाख 13 हजार रुपये भी बरामद किए हैं।

कौन हैं लोगों को ठगने वाले

आज मंगलवार को थाना सेक्टर-63 नोएडा पुलिस ने घटनास्थल एच-2, सेक्टर-63, नोएडा से दीपक कुमार मूल निवासी गांव हजरतपुर, थाना खुर्जा देहात, जिला बुलन्दशहर वर्तमान पता-सी-209, आदित्य अपार्टमेंट, यूनीवन सोसायटी, बहरामपुर, थाना विजयनगर, गाजियाबाद, विकास सिंह मूल निवासी गोपीगंज, थाना गोपीगंज, जिला भदोही वर्तमान पता फ्लैट नंबर 303, शान्ति अपार्टमेंट, यूनीवन सोसायटी, बहरामपुर, थाना विजयनगर, गाजियाबाद और शाहरुख निवासी मकान नंबर 338, संघर्ष कॉलोनी, अंबेडकर पार्क के पास, थाना विजयनगर, गाजियाबाद को उन्हीं के काल सेंटर से गिरफ्तार किया है।

कैसे लोगों को ठगते थे

पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया है कि वे तीनों सोशल मीडिया पर लोन दिलाने का एडवर्टाइजमेंट (विज्ञापन) करते हैं। सोशल मीडिया पर किए गए एडवर्टाइजमेंट को देखकर जब हमसे कोई व्यक्ति लोन के लिए कॉल करता है, तो हम लोग लोन अप्रूव के फर्जी लैटर तैयार करते हैं। इसके बदले वे कॉलर से लोन कराने के कमीशन के रूप में रुपयों को एक फर्जी एक्सिस बैक अकाउन्ट में ट्रांसफर करा लेते हैं। इन तीनों ने एक्सिस बैक का फर्जी खाता ऑनलाइन 20 हजार रुपये में खरीदा था। इससे पहले उन्होंने फेडरल बैंक का फर्जी बैंक खाता खरीदा था। वे लोग फर्जी बैंक खाता खरीदते हैं जिसका कुछ समय इस्तेमाल करने के बाद उसे बंद कर देते हैं। इस काम में उन लोगों में से शाहरुख लोगों को कॉल करने का काम करता है। जब कोई व्यक्ति लोन लेने के लिए तैयार होता है तो दीपक और विकास दोनों लोन लेने वाले व्यक्ति के कागजात का वैरिफिकेशन कर फर्जी अप्रूवल लेटर दिखाकर रुपये ट्रांसफर करा लेते हैं। इन रुपयो को वे आपस मे बांट लेते थे।

ठगी की रकम से खऱीदे फ्लैट, दुकान व वाहन

उन्होंने पुलिस को यह भी बताया कि इसी फर्जी तरीके से वे करोड़ों रुपये आम लोगों  को लोन दिलाने के नाम पर ठगी कर कमाए हैं। उन रुपयों से वे फ्लैट, दुकान और वाहन खरीद चुके हैं।

क्या हुआ इनके पास से बरामद

पुलिस ने इनके पास से 5 लाख 13 हजार रुपये, लैपटॉप, 6 मोबाइल फोन, विभिन्न वित्तीय संस्थानों के 32 फर्जी लोन अप्रूवल लेटर, एक्सिस बैंक का फर्जी खाते का एक एटीएम कार्ड, दो स्कूटी, एक मोटर साइकिल,  2 सीपीयू, 2 मॉनिटर, 2 की-बोर्ड और 2 माउस बरामद हुए हैं।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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