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Noida Twin tower demolation: सामान्य होने लगा आसपास का जनजीवन

आसपास की सोसायटियों के लोग अपने घरों को लौट रहे, मलबा हटाने व प्रदूषण दूर करने का क्रम जारी

नोएडा। रविवार को ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण के बाद वहां के आसपास के क्षेत्र में जन जीवन सामान्य होने लगा है। जिन सोसायटियों के लोग एक दिन के लिए अपने आवास को छोड़कर दूसरे स्थान पर चले गए थे उनका आना-शुरू हो गया है। ध्वस्तीकरण के बाद मलबा हटाने का काम जारी है। वातावरण में व्याप्त धूल के गुबार को साफ करने के लिए स्मोग गन का इस्तेमाल किया जा रहा है। लोगों के हालचाल जाने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के आने का क्रम भी जारी है।

अपने घर पहुंचकर खुश हैं बच्चे

रविवार को ध्वस्त की गई ट्विन टावर के एक दिन बाद लोगों के अपने घरों में पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। अपने घर पहुंचने पर बच्चों की खुशी देखते ही बनती है। उन्होंने हाथ हिलाकर अपनी खुशी का इजहार किया।

पुलिस कमिश्नर ने लोगों का हालचाल जाना

 

 

पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने अम्रोल्ड कोर्ट और एटीएस सोसायटी के लोगों का हालचाल जाना। वे सोसायटी में पहुंचे और लोगों से मिले। पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने लोगों से मिलने के बाद मीडिया कर्मियों से कहा कि ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया पूरी तरह से सफल रही है। सोसायटी के निवासी काफी खुश हैं। पुलिस हमेशा उनका सहयोग कर रही है। आज भी सोसायटी में पुलिस मौजूद है। किसी को भी असुरक्षा का अंदेशा नहीं है। चारों ओर सुरक्षा का माहौल है लोग सुरक्षित हैं। रेजिडेंट अधिकतर अपने घर पहुंच चुके हैं।

सुरक्षित स्थान पर चले गए थे लोग

गौरतलब है कि ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण के दौरान आसपास के आवासीय सोसायटियों के लोग एक दिन के लिए अपना घर छोड़कर किसी होटल या रिश्तेदार के यहां चले गए थे। अब जबकि ट्विन टावर ध्वस्त होने के एक दिन बीत चुके हैं तो लोग अपने आशियाने की ओर लौटने शुरू हो चुके हैं। अपने आवास पहुंचे लोगों के चेहरे पर खुशी दिखाई पड़ रही थी। जिन सोसायटियों में लोगों की वापसी हुई है उनमें अम्रोल्ड कोर्ट और एटीएस सोसायटी शामिल हैं।

ध्वस्तीकरण के दौरान कोई जनहानि नहीं

रविवार को ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण के दौरान किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। एटीएस सोसायटी की दीवार में जरूर 10 मीटर की दरार आ गई है। दो से चार फ्लैट्स के शीशे भी चटक गए हैं। बावजूद इसके लोग खुश हैं। इनका कहना है कि हमें खुशी है कि हमारी लड़ाई की जीत हुई है।

रेडिडेंट्स लड़ रहे थे कानूनी लड़ाई

यहां के रेजिडेंट लगातार अपनी कानूनी लड़ाई लड़ रहे थे। हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे। सुप्रीम कोर्ट से ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण के आदेश हुए थे।

ध्वस्तीकरण स्थल पर पड़ा है मलबा

ट्विन टावर का मलबा अभी ध्वस्तीकरण स्थल पर पड़ा हुआ है। आसपास के क्षेत्रों में जो मलबा बिखर गया था उसे हटाने का क्रम जारी है। ट्विन टावर जो कभी गगन छूती थी अब ध्वस्त हो जाने के बाद वह स्थान खाली सा दिख रहा है। टावर के टुकड़े जमीन पर बिखरे पड़े हुए हैं।

क्या कहते हैं इंजीनियर

ट्विन टावर को ध्वस्त करने वाली एजेंसी एडिफिस के इंजीनियर का कहना है कि तीन से चार महीने में मलबे को पूरी तरह से हटा दिया जाएगा। आसपास के स्थान से मलबा हटाने का क्रम तेजी से जारी है।

Federal Bharat। लौटने लगे अपने घरों की ओर लोग।
Federal Bharat। स्मॉग गन के जरिए वायु प्रदूषण को दूर करने की लगातार कोशिश जारी।

 

मलबे को हटाने के लिए नोएडा विकास प्राधिकरण की टीम लगी हुई है। वायु प्रदूषण खत्म करने के लिए स्मॉग गन का प्रयोग किया जा रहा है।

सुंदर पार्क बनाएगा प्राधिकरण

जहां ट्विन टावर था वहां नोएडा विकास प्राधिकरण सुंदर और आकर्षक पार्क बनाएगा। इससे आसपास की सोसायटी काफी अच्छी लगेंगी।

60 फीसद लोग घरों को लौटे

 

 

एटीएस सोसाइटी आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष ने कहा कि लगभग साठ फीसद लोग लोग अपने घर आ चुके हैं। वे सभी खुश हैं। किसी प्रकार की उन्हें कोई दिक्कत नहीं है नोएडा विकास प्राधिकरण और फायर ब्रिगेड विभाग की टीम लगातार धूल को कम करने के लिए आसपास के पौधों पर छिड़काव कर रही है वहीं मलबे को भी हटाया जा रहा है।

 

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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