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Noida Twin tower demolation: कुछ ही देर की जिंदगी है ट्विन टावर की

आखिरी पल को लोग कैद रहे कैमरे में, ले रहे सेल्फी, देखने दूर-दूर से आ रहे लोग

नोएडा। नोएडा के सेक्टर 93 बी स्थित सुपरटेक द्वारा अवैध रूप से ग्रीन बेल्ट में बनाया गया ट्विन टावर कुछ ही देर का मेहमान है। इसे आज रविवार दोपहर ढाई बजे पूरी तरह ध्वस्त कर दिया जाएगा। ट्विन टावर के प्रति लोगों की उत्सुकता काफी बढ़ी है। इसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से आ रहे हैं। इसके साथ लोग सेल्फी ले रहे हैं। हालांकि यह काम दूर से ही हो रहा है। एक तरीके से यह आम लोगों के लिए एक तरह से पिकनिक स्पाट सा बन गया है।

 

ध्वस्त करने की तैयारियां पूरी

ट्विन टावर को ध्वस्त करने की संबंधित विभागों ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली है। पुलिस विभाग ने जहां सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए हैं वहीं किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से निपटने के लिए भी तगड़ा प्रबंध किया गया है। ट्विन टावर के विस्फोट वाले क्षेत्र में वैरिकेट कर उधर की ओर आवाजाही को पूरी तरह से रोक दिया गया है। उधर की ओर जाने वाले रास्तों को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। हर तरफ वहां पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। विस्फोट के दौरान किसी दुर्घटना की आशंका के मद्देनगर किसी के घायल होने की दशा में यहां के दो अस्पताल रिजर्व किए गए हैं। ताकि घायल व्यक्ति को इलाज के लिए भर्ती कराकर उसका तुरंत इलाज किया जा सके।

एक बटन दबाने से ध्वस्त हो जाएगी इमारत

ट्विन टावर का उतना जीवन है जितने देर से ध्वस्त करने वाली बटन को दबा नहीं दिया जाता। इसे ध्वस्त करने के लिए टीम पूरी तरह से तैयार है। बारूद लगाने का काम कभी का पूरा किया जा चुका है। डीसीपी ट्रैफिक गणेश प्रसाद शाह खुद स्थिति का जायजा ले रहे हैं। यहां कमांड सेंटर भी बनाया गया है। कमांड वन में सीसीटीवी के माध्यम से पूरी स्थिति पर नजर रखी जा रही है। कमांड को संभाल रहे डीसीपी सेंट्रल नोएडा राजेश एक ने बताया कि पूरी तरह से सीसीटीवी के माध्यम से लैस है। हर व्यवस्था को देखा जा रहा है। दोपहर ढाई 2.30 बजे भ्रष्टाचार से बनी यह इमारत की दो इमारत जमींदोज हो जाएंगी। लोग इस आखिरी पल को अपने कैमरे में कैद करना चाह रहे हैं।

पुलिस ने लोगों को किया सचेत

लोगों की सुरक्षा की दृष्टि से ट्विन टावर की ओर जाने से रोकने और आम लोगों को सचेत करने के लिए पुलिस ने बकायदा एनाउंसमेंट भी कराया। चौक, चौराहों के रेड लाइट के पास से लोगों को सचेत किया जा रहा था। लोगों को बताया जा रहा था कि च्ृट्विन टावर के ध्वस्तीकरण के दौरान और उसके बाद उस क्षेत्र में नहीं जाएं। वहां उड़ने वाली धूल से लोगों को बचना चाहिए। लोगों को सचेत किया जा रहा था कि वे सेक्टर 93, 93 बी और आसपास के क्षेत्र में कत्तई न जाएं। यह इसलिए भी किया जा रहा था कि धूल का लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। लोगों सांस संबंधित बीमारी की चपेट में आ सकते हैं।

 

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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