खराब हो रही है नोएडा की ‘हवा’ : ग्रैप के नियमों का उल्लंघन पर सेंट जेवियर हाईस्कूल समेत चार संस्थानों व ठेकेदार पर 2 लाख जुर्माना
ग्रेटर नोएडा (फेडरल भारत न्यूज) : वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए नोएडा ग्रेटर नोएडा में ग्रेडड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का पहला चरण लागू होने के बाद भी कई स्थानों पर खुलेआम नियमों की अनदेखी की जा रही है। हालांकि नियमों के पालन के लिए प्राधिकरण ने 14 टीमों का गठन किया है। जो मौके पर जाकर स्थलों का निरीक्षण कर रही हैं। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में चार स्थानों पर ग्रैप के दिशा निर्देशों का उल्लंघन पाए जाने पर दो लाख रुपये का जुर्माना किया गया।
नियमों के उल्लंघन के चार मामले मिले
प्राधिकरण के अनुसार, बुधवार को ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के अंतर्गत टेकजोन-4 में निओटाउन सोसाइटी के पास नाले के निर्माण के दौरान मिट्टी फैली होने पर संबंधित ठेकेदार पर पचास हजार रुपये का जुर्माना किया गया। इसी तरह ग्रेनो वेस्ट के सेक्टर टेकजोन-4 में गोल्डन ग्रांडे प्लाट में परियोजना में दिशा-निर्देशों का उल्लंघन पाया गया। इसी तरह सेंट जेवियर हाईस्कूल में भी नियमों का उल्लंघन किया जा रहा था। टेकजोन-4 के प्लाट नंबर 41 में निर्माणाधीन परियोजना में उल्लंघन पाया गया। सभी पर पचास-पचास हजार रुपये का जुर्मान किया गया है। इससे पहले भी प्राधिकरण ने नियम के विरुद्ध कंस्ट्र्क्सन कार्य पाए जाने पर आठ संस्थानों पर चार लाख रुपये का जुर्माना किया गया।
धूल रोकने के लिए स्मॉग गन लगाएं
उधर, ग्रैप को लागू कराने के लिए क्रेडाई ने अपने ,सदस्यों को लैटर जारी करके अन्य गतिविधियों और अन्य कार्यों पर कड़ाई से नियम पालन करने की अपील की है। क्रेडाई ने निर्माण स्थलों पर धूल और कचरे के उचित प्रबंधन के महत्व पर जोर देते हुए कदम उठाने को कहा है। विशेष रूप से 500 मीटर तक के प्लाटों के लिए पंजीकरण कराना जरूरी किया गया है। क्रेडाई ने एंटी-स्मॉग गन और पानी का छिड़काव जैसे उपायों का उपयोग बढ़ाने की सलाह दी है। जिससे धूल के फैलाव को रोका जा सके।
कई स्थानों पर नियमों का उल्लंघन
नोएडा व ग्रेटर नोएडा में कई स्थानों पर ग्रैप के नियमों का खुला उल्लंघन किया जा रहा है। कूड़ा-कचरा फैला होने के अलावा वाहनों से धूल उड़कर हवा में जहर घोलनेका काम कर रही है। पानी का छिड़काव भी पर्याप्त् नहीं हो पा रहा है। कई दिनों से सेक्टर 11 मेट्रो अस्पताल से सेक्टर 12- 22 चौक की ओर जाने के क्रम में मलबा पड़ा हुआ है। यहां से गुजरने वाले सभी वाहन इस मलबे और धूल को उड़ाते हुए निकल रहे हैं। यही नहीं ट्रैक्टर ट्राली से जो मलबा उठाकर ले जाया जा रहा है उसको बिना ढके लेकर जा रहे हैं इस वजह से भी प्रदूषण में बढ़ोतरी हो रही है।