नोटिसः ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने सुपरटेक को जारी किया नोटिस, सोसायटी के निवासियों का प्रयास रंग लाई
सात दिनों में शिकायतकर्ताओं की शिकायतों के बारे में मांगा स्पष्टीकरण, नहीं मिलने पर दी कार्यवाही की चेतावनी
ग्रेटर नोएडा। सुपरटेक इकोविलेज-1 सोसायटी क निवासियों द्वारा सोसायटी की समस्याओं के निराकरण के लिए ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण को दिए शिकायती पत्र को गंभीरता से लिया गया है। प्राधिकरण ने सुपरटेक को नोटिस जारी कर शिकायतों पर सात दिनों के भीतर जवाब मांगा गया है। नोटिस में चेतावनी दी गई है कि जवाब नहीं मिलने पर भूखंड पट्टा अभिलेख के अनुसार कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
क्या है मामला
सुपरटेक इकोविलेज-1 सोसायटी के निवासियों ने सोसायटी से संबंधित समस्याओं के निराकरण के लिए बीते महीने मार्च में ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण को बिल्डर के खिलाफ शिकायती पत्र दिया था। शिकायती पत्र में समस्याओं के निराकरण की गुहार लगाई गई थी। इस शिकायती पत्र को प्राधिकरण ने गंभीरता से लिया और बिल्डर को तलब कर सोसायटी में सभी अधूरे कामों को पूरा करने के लिए सख्ती से कहा था। प्राधिकरण ने बिल्डर से यह भी कहा था कि वह शिकायतकर्ताओं के साथ रिव्यू मीटिंग कर मीटिंग में सभी तथ्यों को को प्रस्तुत करने के लिए भी कहा था। लेकिन रिव्यू मीटिंग अभी नहीं हुई है, लेकिन फॉलोअप लगातार जारी रहा। सोसायटी के शिकायतकर्ता लगातार प्राधिकरण के संपर्क में थे। इसका नतीजा भी निकला। ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने सोसयटी के निवासियों (आवंटियों) की शिकायतों पर सुपरटेक को नोटिस जारी किया है।
क्या कहा गया है नोटिस में
ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के सहायक प्रबंधक (नियोजन) द्वारा 28 अप्रैल को जारी किए गए नोटिस में कहा गया है कि शिकायतकर्ताओं ने नक्शे के विपरीत भवन का उपयोग और भवनों का कब्जा दिए जाने के मामले में 23 बिंदुओं पर कार्यवाही करने का अनुरोध किया गया है। नोटिस के साथ शिकायती पत्र को भी बिल्डर को भेजा गया है और शिकायतों पर सात दिनों में जवाब मांगा गया है। जवाब नहीं मिलने पर कानूनी कार्यवाही की चेतावनी दी गई है।
पुलिस को दिया शिकायती पत्र
सुपरटेक इकोविलेज-1 सोसायटी के निवासी शशिभूषण द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस मामले में सोसायटी के लोग एकजुट हैं। इस संदर्भ में वे लगातार हर स्तर पर प्रयास जारी रखे हुए हैं। पुलिस को भी सोसायटी के निवासियों ने शिकायती पत्र देकर सुपरटेक बिल्डर के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज करने की मांग की है। इस पर पुलिस ने विवेचना कर रिपोर्ट डीसीपी को भेज दी है। सोसायटी के लोग सभी प्रशासनिक स्तर पर मिलजुल कर प्रयास जारी रखे हुए हैं।