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उत्तर प्रदेशलखनऊ

सरकार के सौ दिन पूरे होने पर प्रदेश में 25 करोड़ पौधरोपण का लक्ष्य निर्धारित

मुख्य सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये की बैठक जन अभियान बनाने को कहा

लखनऊ। शासन की प्राथमिकता के कार्यक्रम के संबंध में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संबंधित अधिकारियों को संबोधित करते हुए प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि प्रदेश सरकार के सौ दिन पूरे होने के अवसर पर 5 जुलाई को आयोजित वन महोत्सव कार्यक्रम के तहत प्रदेश में 25 करोड़ पौधे रोपने का लक्ष्य रखा है। इस पौधारोपण अभियान को हमें जन-जन का अभियान बनाना है। वृहद कार्ययोजना बनाकर गांव से लेकर शहर तक हर एक जनप्रतिनिधि को इस अभियान से जोड़ा जाए। सबके सहयोग से यह अभियान सफल होगा और साथ ही लोगों की देखरेख में रोपित वृक्षों को भी नष्ट होने से बचाया जा सकेगा।

सत्यापन का कार्य पूरा हो

उन्होंने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं जैसे कन्या सुमंगला, जननी सुरक्षा, पोषण, कायाकल्प, रोजगार मेले, कौशल विकास से जुड़े लाभार्थियों की जानकारी को आधार व आधुनिक तकनीकी से जोड़कर, थर्ड पार्टी मॉनिटरिंग के माध्यम से सत्यापन कार्य पूर्ण किया जाए। सारी सूची वेब साइट, पोर्टल पर उपलब्ध रहे ताकि पारदर्शिता बनी रहे और किसी भी प्रकार का फर्जीवाड़ा न हो सके।

रामपुर व आजमगढ़ की परियोजाएं पूरा हों

मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुरूप आजमगढ़ और रामपुर में जो भी अब तक लंबित या पिछड़ी परियोजनाएं हैं उनको समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाए। आज देश डिजिटल एग्रीकल्चर की ओर तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में हैसियत प्रमाण पत्र निर्माण में, परिवार रजिस्टर की नकल निकालने में बहुत ज्यादा समय न लगे तथा सभी डीएम और सीडीओ इस पर विशेष ध्यान दें, अधिकतम 15 दिन के अंदर इन सभी प्रक्रियाओं को पूर्ण करायें। 31 मई तक के मृत्यु के उपरांत लंबित घरौनी और वरासत से जुड़े सभी कार्यों को अभियान चलाकर शीघ्र पूर्ण कराएं।

पर्यटकों को आकर्षित करने को कार्य हों

उन्होंने कहा कि उप्र में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं। आजादी के अमृत महोत्सव के सुअवसर पर पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए सभी स्वाधीनता संग्राम से जुड़े ऐतिहासिक, धार्मिक स्थलों, वृक्षों, समाज में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले महापुरुषों प्रसिद्ध कवियों कलाकारों की जन्मस्थलियों के साइनेज शहर के मुख्य मार्गों, सार्वजनिक स्थलों, रेलवे, बस स्टेशनों पर लगाए जाएं। जिससे अधिक से अधिक स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार मुहैया हो।

रिटायरमेंट के बाद भुगतान के लिए चक्कर न कटवाएं

मुख्य सचिव ने  निर्देश देते हुए कहा कि सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि किसी भी रिटायर व्यक्ति को रिटायरमेंट के बाद अपने देय के लिए कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़े। सब यह सुनिश्चित करें कि रिटायर होने वाले सभी श्रेणी के कर्मचारियों की ससम्मान विदाई हो और उनके सारे देय रिटायरमेंट के दिन ही भुगतान कर दिए जाएं।

बारिश से पहले जलभराव, बाढ़ से बचाव की तैयारी करें

मानसून की आहट के मद्देनजर उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि सभी डीएम बारिश से पहले शहर और गांव में बाढ़ और जलभराव से निपटने की तैयारियों का रिव्यू कर लें। बाढ़ के साथ-साथ जल जाने संक्रामक बीमारियों की भी समस्या आती है। इसके लिए पूर्व में ही सजग रहते हुए इन सभी समस्याओं से निपटने की पूरी तैयारी करके रखें।

विभिन्न विभागों द्वारा जनहित के उत्कृष्ट कार्यों के प्रस्तुतीकरण की सराहना करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि सारे डीएम और सीडीओ अपने द्वारा किए गए विशिष्ट कामों को ज्यादा से ज्यादा प्रचारित-प्रसारित करें, जिससे बाकी जिलों के अधिकारी भी प्रेरित हो सकें।

बैठक में सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी आदि भी उपस्थित थे।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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