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खुला रहस्यः आईटीबीपी कैंप के पास मिले शव का खुला रहस्य, कथित हत्यारा गिरफ्तार

चांद मलिक का था शव, 26 अप्रैल को कैंप के पास मिला था शव, पुलिस ने शव की पहचान के लिए की कड़ी मशक्कत

ग्रेटर नोएडा। पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर थाना इकोटेक-3 की पुलिस ने 26 अप्रैल को आईटीबीपी (भारत तिब्बत सीमा पुलिस) कैंप के पास मिले शव की पहचान कर ली है। उस व्यक्ति की हत्या के आरोप में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या का कारण कथित हत्यारे की पुत्रवधू से अवैध संबंध बताया गया है।

कौन है हत्या का आरोपी

डीसीपी सेन्ट्रल नोएडा रामबदन सिंह ने शनिवार को यहां मीडिया कर्मियों से बातचीत के दौरान बताया कि 28 अप्रैल को थाना इकोटेक-3 पुलिस ने 26 अप्रैल को आईटीबीपी कैंप के पास मिले मिले शव की पहचान कर ली है। हत्या के आरोप में प्रदीप कुमार निवासी ग्राम याकूबपुर, सेक्टर-83, थाना फेस-2, गौतमबुद्धनगर को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रदीप कुमार मूल रूप से मो0 काजी खेल कस्बा व थाना डिबाई, जिला बुलन्दशहर का निवासी है।

मुखबिर की सूचना पर पकड़ा गया

उन्होंने बताया कि गोपनीय सूचना के आधार पर हिन्डन नदी के पुल के नीचे से प्रदीप को गिरफ्तार किया गया। उसके कब्जे से हत्या के लिए उपयोग किए चाकू को बरामद कर लिया गया है।

क्या है मामला

उन्होंने बताया कि प्रदीप ने 25-26 अप्रैल की रात में आईटीबीपी कैम्प के पास चांद मलिक की चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी। उसका शव थाना ईकोटक-3 पुलिस को लावारिस अवस्था में मिला था।  इस हत्या की घटना पर से पर्दा उठाने लिए तीन टीमों का गठन किया गया था।

ऐसे हुई शव की पहचान

उन्होंने बताया कि फोरेंसिक टीम को जांच के दौरान शव के पास से अलीगढ़ से दादरी आने का रेलवे टिकट मिला था। इस पर गठित टीमों में से एक टीम ने टिकट पर अंकित समय का अवलोकन कर अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर जाकर स्टेशन के सभी सीसीटीवी कैमरे चेक किए थे। सीसीटीवी कैमरे व आसपास से जानकारी करने पर शव की पहचान अलीगढ़ निवासी चाँद मलिक के रूप में हुई। चांद मलिक दिल्ली में सब्जी बेचने का काम करता था। इलेक्ट्रोनिक सर्विलांस टीम व मैनुअल इंटेलीजेंस की सूचना व प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर थाना इकोटेक-3 पुलिस ने इस हत्याकांड का पर्दाफास कर हत्या के आरोप में प्रदीप कुमार को गिरफ्तार कर लिया।

क्यों हुई चांद मलिक की हत्या

उन्होंने बताया कि पूछताछ में पता चला कि चांद मलिक की उसकी पुत्रवधू से अवैध संबंध थे, जिसकी जानकारी प्रदीप को हो गई थी। चाँद मलिक को रास्ते से हटाने के लिए प्रदीप ने चांद को शराब पीने के बहाने आईटीबीपी कैंप के पास ले जाकर शराब पिलाई और जब वह नशे में धुत्त हो गया तो चाकू से गोदकर उसकी हत्या कर दी थी।

खून से सने कपड़े भी बरामद

उन्होंने बताया कि प्रदीप ने हत्या में प्रयुक्त चाकू, चांद का बैग और अपने खून से सने कपडों को साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से हिन्डन नदी में फेंकने के लिए आया था। अपने उद्देश्य को अंजाम दे पाता उसके पहले ही हिंडन नदी के पुल के नीचे से चाकू, खून से सने कपड़े और चाँद के बैग के साथ गिरफ्तार कर लिया गया।

धाराएं बढ़ाई गईं

उन्होंने बताया कि इस मामले में थाना इकोटेक-3 पर भादवि की धारा 302/201 के तहत एफआईआर दर्ज है। बरामदगी के आधार पर धारा 4/25 आर्म्स एक्ट की भी जोड़ दी गई है।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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