नोएडा में ड्रग माफिया, ड्रग पैडलर के खिलाफ ऑपरेशन प्रहार, 700 स्थानों पर एक साथ सर्च और छापेमारी
नोएडा ( फेडरल भारत न्यूज) : गौतमबुद्धनगर कमिशनरेट पुलिस ने गुरुवार को आपरेशन प्रहार-2 के अंतर्गत नशे के अवैध कारोबार के खात्मे के लिए स्कूल, कालेज, यूनिवर्सिटीज सहित संभावित 700 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की और सर्च अभियान चलाया। इसमें जिले का पूरा पुलिस फोर्स, कमांडो दस्ते, स्वाट टीम और नारकोटिस विभाग की टीमों को झोंक दिया गया।
ड्रग के अवैध कारोबार पर पुलिस का प्रहार
पुलिस कमिशनर लक्ष्मी सिंह ने बताया कि स्कूल-कालेज और यूनिवर्सिटीज के आसपास अवैध ड्रग और नशे का कारोबार फलने-फूलने की खबरें मिल रही थीं। इंटरेस्ट पार्लर को लेकर भी पुलिस के पास पुख्ता इंटेलीजेंस के इनपुट प्राप्त हो रहे थे। इसके खात्मे के लिए गुरुवार को आपरेशन प्रहार का दूसरा चरण शूरु किया गया और तीनों जोन के डीसीपी (पुलिस उपायुक्त) के नेतृत्व में टीमों का गठन कर साथ साथ 700 स्थानों पर सर्च की गई। दोपहर एक बजे शुरू हुआ अब तक का यह सबसे बड़ा आपरेशन देर शाम तक जारी रहा।
700 लोकेशन की गई थी चिन्हित
पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने बताया कि इसके लिए 700 लोकेशन चिन्हित की गई। सर्च आपरेशन में 500 सिविल पुलिस स्टाफ, पांच प्लाटून पीएसी, स्वाड टीम, कमांडों और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरों की टीम शामिल थी। इसके लिए स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी के अलावा उन संभावित ठिकानों पर छापेमारी गई। शिक्षण संस्थानों के पास ड्रग्स माफिया काफी दिनों से सक्रिय है। यह अभियान कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों को नशे की लत से बचाने के लिए चलाया गया है।
क्या है आपरेशन प्रहार
ऑपरेशन प्रहार के तहत पुलिस उन ड्रग माफिया या गुंडों पर कड़ी नजर रखती है। इसके लिए पुलिस एक टीम का गठन करती है। ऑपरेशन प्रहार में पुलिस एक साइबर सेल बनाती है और उन सभी लोगों को अपने रडार पर रखती हैं। पुलिस उनसे लिप्त सभी लोगों की पूछताछ करती हैं। बैंक खातों और पैसों के स्त्रोत का पता करती है। ऑपरेशन प्रहार’ के तहत उनके जमीनों और संपतियों का पता लगाया जाता है,और जो इन्होंने अपराध के द्वारा अर्जित किया है। उन अपराध से अर्जित चल और अचल संपत्तियों का विवरण पुलिस खंगालती है । इसके बाद वह कारवाई करती है।
बताया जा रहा है कि मऊ पुलिस माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ ऑपरेशन प्रहार के तहत पूरी कारवाई करने की तैयारी कर ली है। मऊ पुलिस एक साइबर सेल बनाया है जहां से मुख्तार के गैंगो पर निगरानी रख रही है।