जल जीवन मिशन के लंबित कार्य समय से पूरा हो
मुख्यमंत्री ने झांसी मंडल में चल रहे विकास कार्यों एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा की
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जल जीवन मिशन के लंबित कार्यों को समयबद्ध ढंग से पूरा करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कहा कि इस मिशन के तहत चल रहे कार्यों का नियमित अनुश्रवण हो। यह भी सुनिश्चित हो कि चल रहे कार्य निर्धारित समय और मानकों के अनुरूप पूरे किए जाएं। निर्धारित समय में काम पूरा होने पर लागत में कमी आती है और आम लोगों को समय से विकास योजनाओं का लाभ मिलता है। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं चल रही हैं। इनका नियमित अनुश्रवण मुख्य विकास अधिकारी एवं एडीएम नमामि गंगे द्वारा किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी शनिवार को आयुक्त सभागार, झांसी में झांसी मंडल के विकास कार्यों एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हर स्तर के अधिकारी नियमित रूप से सुबह 10 से 11 बजे के बीच अपने कार्यालय में रहकर लोगों की समस्याओं एवं शिकायतों की सुनवाई करें। जनप्रतिनिधियों के साथ नियमित संवाद बनाएं तथा उन्हें परियोजनाओं के बारे में जानकारी भी दें। उन्होंने निर्देश दिए कि अधिकारी और कर्मचारी अपनी तैनाती स्थल पर प्रवास करें। तहसील, ब्लॉक एवं पंचायत स्तर पर तैनात कर्मी वहीं रहना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र में रोजगार के अधिक अवसर सृजित करने के लिए औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाए। उद्योग बन्धु की बैठक से जनप्रतिनिधियों तथा बैंकर्स को भी जोड़ा जाए। जनप्रतिनिधियों, व्यापारियों, उद्योग जगत एवं बैंकों के साथ महीने में एक बार संवाद स्थापित हो। ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ के अन्तर्गत परिषदीय विद्यालयों में जनसहभागिता के माध्यम से बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित हो। यह सुनिश्चित हो कि शासन द्वारा अभिभावकों के खाते में अन्तरित धनराशि का सदुपयोग छात्र-छात्राओं को यूनिफॉर्म, बैग, जूता-मोजा आदि उपलब्ध कराने में हो।
उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र में गौ आधारित प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित देने का का प्रयास हो। मार्केटिंग और ब्रांडिंग के माध्यम से किसानों को गौ आधारित प्राकृतिक खेती को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। ऐरच बांध के बारे में जांच परिणामों के आधार पर कार्यवाही हो। उन्होंने आरोग्य मेले का नियमित आयोजन के निर्देश दिए। जिला ललितपुर में फार्मा पार्क के विकास की कार्यवाही को तेजी से आगे बढ़ाने क भी उन्होंने निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पशुपालन विभाग द्वारा गोवंश के नस्ल सुधार के बारे में बुन्देलखण्ड क्षेत्र में विशेष अभियान चलाए जाएं। बुन्देलखण्ड क्षेत्र में अधिक से अधिक गोबर गैस प्लांट की स्थापना के लिए गोबरधन योजना लागू हो। बड़ी गोशालाओं की स्थापना के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि जो गोवंश बाहर हैं, उन्हें गोशालाओं में संरक्षित किया जाए।
उन्होंने कहा कि धार्मिक आयोजन धार्मिक स्थलों के परिसर के अन्दर ही सीमित होने चाहिए। किसी भी पर्व-त्योहार का आयोजन सड़क पर नहीं होना चाहिए। इन आयोजनों से सामान्य नागरिकों के आवागमन में कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब तक एक लाख से अधिक लाउडस्पीकर उतारे गए हैं। यह सुनिश्चित हो कि उतारे गए लाउडस्पीकर दोबारा न लगने पाएं।
उन्होंने बुन्देलखण्ड क्षेत्र के परम्परागत साहित्य, इतिहास, कला, संस्कृति एवं अन्य धरोहरों के संरक्षण के लिए मंडल प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों की पुस्तिका का विमोचन किया।
समीक्षा के दौरान मंडलायुक्त द्वारा मुख्यमंत्री को मंडल के तीनों जिलों झांसी, जालौन एवं ललितपुर में चल रहे विकास कार्यों के बारे में अवगत कराया गया। जिला झांसी में पैरामेडिकल ट्रेनिंग कॉलेज, डिफेंस कॉरिडोर परियोजना, रानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज झांसी में 500 बेड का विस्तारीकरण, उत्तर मध्य रेलवे के झांसी-कानपुर रेलखंड झांसी ग्वालियर मार्ग पर चार लेन रेल उपरिगामी सेतु निर्माण कार्य एवं स्मार्ट सिटी के कार्यों की जानकारी दी गई। जिला ललितपुर में एयरपोर्ट, राजकीय मेडिकल कॉलेज, मेडिकल हर्बल पार्क एवं जनपद ललितपुर में रॉक फास्फेट खनिज, लौह अयस्क, स्वर्ण धातु एवं प्लेटिनम समूह की उपलब्धता के सम्बन्ध में जानकारी दी गई। उन्होंने जनपद झांसी, ललितपुर और जालौन में किए जा रहे अभिनव प्रयोग के बारे में भी मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
मंडलायुक्त ने मुख्यमंत्री को मंत्री समूह द्वारा झांसी मंडल के जिलों के निरीक्षण कार्यक्रम की भी विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर विधान परिषद के सभापति कुँवर मानवेन्द्र सिंह, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, श्रम राज्यमंत्री मनोहर लाल मन्नू कोरी सहित अन्य जनप्रतिनिधि तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।