उत्तर प्रदेशनोएडाब्रेकिंग न्यूज़

नोएडा, बिजली विभाग पर लगाए लोगों ने गंभीर आरोप, प्रदर्शन में इक्टठी होगी भारी भीड़

बिजली विभाग विजिलेंस के आरक्षियों द्वारा किए जा रहे उत्पीड़न के खिलाफ राष्ट्रीय शहरी ग्रामीण विकास समिति/ ग्रामीण विकास समिति के कार्यकर्ताओं की एक बैठक अंकुर फार्म हाउस सेक्टर-115 पर संपन्न हुई। दौरान बैठक समिति के वरिष्ठ पदाधिकारी हर गोविंद सिंह, रामजी यादव, राजेश कुमार राठौर, गंगेश्वर दत्त शर्मा, किरण देवी के नेतृत्व में अंकुर फार्म हाउस सेक्टर- 115 नोएडा पर संपन्न हुई।

ग्रामीण विकास समिति के संयोजक गंगेश्वर दत्त शर्मा ने बताया कि हिंडन पुस्ता पार बसी दर्जनों कॉलोनी में लगातार मांग करने के बाद भी बिजली नहीं दी जा रही है। उल्टे चोरी का आरोप लगाकर गलत तरीके से नोटिस भेज कर लोगों को परेशान किया जा रहा है। नोटिस लेकर आने वाले बिजली विभाग के विजिलेंस टीम के कर्मचारी लोगों के साथ गाली-गलौच, धक्का मुक्की कर प्रताड़ित कर रहे हैं। जिसे स्थानीय नागरिक कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। समिति के पदाधिकारियों ने 30 नवंबर 2023 को एंटी पावर थेफ्ट थाना सेक्टर- 63 नोएडा पर प्रदर्शन कर ज्ञापन देकर अधिकारियों को समस्या से अवगत कराया जाएगा। बैठक में यह भी तय हुआ कि बिजली दिए जाने की मांग को लेकर आने वाले 20 दिसंबर 2023 को बिजली विभाग के कार्यालय सेक्टर- 25, नोएडा पर बड़ा प्रदर्शन कर बिजली दिए जाने की मांग की जाएगी।

समिति के वरिष्ठ पदाधिकारी हरगोविंद सिंह ने हिंडन पुस्ता पार बसी सभी कॉलोनी वासियों से उक्त कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे।

Aashish Gupta

आशीष गुप्ता ने जागरण इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन से पत्रकारिता का डिप्लोमा किया है और राजनीतिक विज्ञान में MA करने के बाद वह राष्ट्रीय सहारा, दैनिक जागरण जैसे देश के प्रमुख समाचार संस्थानों में कार्यरत रहे। 2015 में पीआर कंपनी मेक यू बिग मीडिया प्राइवेट की स्थापना करने के बाद 2021 में फ़ेडरल भारत की शुरुआत की।

Tags

Aashish Gupta

आशीष गुप्ता ने जागरण इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन से पत्रकारिता का डिप्लोमा किया है और राजनीतिक विज्ञान में MA करने के बाद वह राष्ट्रीय सहारा, दैनिक जागरण जैसे देश के प्रमुख समाचार संस्थानों में कार्यरत रहे। 2015 में पीआर कंपनी मेक यू बिग मीडिया प्राइवेट की स्थापना करने के बाद 2021 में फ़ेडरल भारत की शुरुआत की।

Related Articles

Back to top button
Close