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पौधारोपणः प्रदेश भर में दिए गए 35 करोड़ पौधे रोपने के लिए विभागों व मंडलों को दिया गया लक्ष्य

वन-पर्यावरण विभाग 14 करोड़ पौधे रोपकर संरक्षित करेगा, सभी 18 मंडल सरकार के प्रयास को बढ़ाएंगे आगे, भूमि का भी किया गया चयन

लखनऊ प्रकृति की असीम कृपा वाले उत्तर प्रदेश को हरा-भरा बनाए रखने के लिए योगी सरकार की पहल पर सब मिलकर कार्य करेंगे। योगी सरकार ने सबका साथ और सबके प्रयास की बदौलत इस वर्ष 35 करोड़ पौधारोपण व उनके संरक्षण का लक्ष्य निर्धारित किया है। प्रदेश के हरित क्षेत्र को 9 से बढ़ाकर 2026-27 तक 15 फीसदी तक ले जाना है। इसके लिए जनसहयोग भी जरूरी है। वहीं 1 से 7 जुलाई तक चलने वाले प्रदेशव्यापी अभियान में सभी विभागों और मंडलों के लिए भी लक्ष्य निर्धारण किया गया है। योगी सरकार का यह भी निर्देश है कि हर किसी को उच्च गुणवत्ता के पौधे सुलभता से मिल सकें, इसके लिए विधिवत तैयारी भी हो। स्वतंत्रता दिवस के दिन भी पांच करोड़ पौधे रोपने की तैयारी के निर्देश दिए गए हैं।

विभागवार तय किया गया लक्ष्य

योगी सरकार सभी के सहयोग से इस लक्ष्य को प्राप्त करेगी। पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद इस बाबत बैठक लेकर निर्देश दिए थे। 35 करोड़ पौधे के लिए वन, पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन की ओर से 14 करोड़, ग्राम्य विकास विभाग को 12.59 करोड़, कृषि को 2.50 करोड़, उद्यान विभाग 1.55 करोड़, पंचायती राज को 1.28 करोड़, राजस्व को 1.06 करोड़,  नगर विकास को 35 लाख, उच्च शिक्षा को 18 लाख, रेशम को 14 लाख, लोक निर्माण, रेलवे व जलशक्ति को 13-13 लाख, बेसिक शिक्षा को 12 लाख, स्वास्थ्य विभाग को 11 लाख, उद्योग को 9 लाख, औद्योगिक विकास व माध्यमिक शिक्षा विभाग को आठ-आठ लाख, गृह-पशुपालन को सात-सात लाख, ऊर्जा व सहकारिता को छह-छह लाख,  आवास विकास, रक्षा व प्राविधिक शिक्षा को पांच-पांच लाख,  श्रम व परिवहन विभाग को तीन-तीन लाख पौधारोपण का लक्ष्य दिया गया है।

18 मंडलों में भी लगेंगे पौधे, मेरठ मंडल का 1.14 करोड़ का लक्ष्य

अभियान के तहत प्रदेश सभी 18 मंडलों में भी पौधे रोपे जाएंगे। सबका लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है। सबसे अधिक पौधे लगाने का लक्ष्य लखनऊ मंडल को दिया गया है। लखनऊ मंडल में चार करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। कानपुर मंडल में 3.13 करोड़,  चित्रकूट में 2.76 करोड़,  झांसी में 2.58 करोड़, मिर्जापुर में 2.27 करोड़,  अयोध्या में 2.20 करोड़,  देवीपाटन में 1.95 करोड़, प्रयागराज में 1.89 करोड़, बरेली में 1.87 करोड़, वाराणसी में 1.78 करोड़,  मुरादाबाद में 1.76 करोड़, आगरा में 1.74 करोड़, गोरखपुर में 1.43 करोड़, आजमगढ़ में 1.34 करोड़, अलीगढ़ में 1.20 करोड़, मेरठ मंडल में 1.14 करोड़, बस्ती में 1.08 करोड़ व सहारनपुर मंडल में 88 लाख पौधे लगेंगे। पौधरोपण स्थलों की जियो टैगिंग भी होगी। वहीं मंडलों में वन विभाग की तरफ से 12.60 करोड़ व अन्य विभाग मिलकर लगभग 22.40 करोड़ पौधे लगाएंगे।

पौधारोपण के लिए भूमि का चयन

योगी सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि पौधारोपण हर जगह हो, जिससे पूरे प्रदेश में हरियाली लहलहाए। वन भूमि,  ग्राम पंचायत व सामुदायिक भूमि, एक्सप्रेस-वे व नहरों के आसपास, विकास प्राधिकरण औद्योगिक परिसर भूमि, रक्षा-रेलवे की भूमि, चिकित्सा संस्थान-शिक्षण संस्थान की भूमि,  अन्य राजकीय भूमि, कृषकों का सहयोग लेते हुए उनकी भूमि, नागरिकों की ओर से निजी परिसर में पौधरोपण कर उत्तर प्रदेश को हरा-भरा किया जाए।

 

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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