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पीएम गति शक्ति योजनाः नोएडा की चार परियोजनाओं के लिए केंद्र से मिलेगी धनराशि

किन परियोजनाओं के लिए केंद्र सरकार उपलब्ध कराएगी धनराशि, कितनी धनराशि वाली हैं यो परिजनाएं, इनसे क्या लाभ होगा

नोएडा। नोएडा की चार परियोजनाओं को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार धनराशि उपलब्ध कराएगी। इन परियोजनाओं में डीएससी एलिवेटेड रोड, पर्थला फ्लाईओवर, सेक्टर-142 एडवेंट बिल्डिंग अंडरपास और बहलोलपुर अंडरपास परियोजनाएं शामिल हैं। केंद्र सरकार की पीएम गति शक्ति योजना के अंतर्गत इन चारों परियोजाओं के लिए पैसा मिलेगा। इन्हें केंद्र से मंजूरी मिल गई हैं। ये परियोजनाएं करीब 600 करोड़ रुपये लागत से तैयार होंगी। उत्तर प्रदेश में कुल 12 परियोजनाओं को केंद्र सरकार से आर्थिक मदद मिलेगी।

अगले मार्च तक मिलेंगे 230 करोड़

पीएम गति शक्ति योजना से मंजूरी मिलने पर अब इन चार परियोजनाओं के लिए अगले साल मार्च तक 230 करोड़ रुपये केंद्र से मिलेंगे। केंद्र से धनराशि मिलने के बाद इन परियोजनाओं का पूरा करने के लिए अधिक रफ्तार मिल सकेगी। नोएडा विकास प्राधिकरण इस धनराशि का प्रयोग बिना ब्याज दिए 50 साल तक कर सकेगा।

धनराशि मिलने पर शीघ्र पूरा होंगी परियोजनाएं

नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रितु माहेश्वरी ने बताया कि इन परियोजनाओं का चयन पीएम गतिशक्ति में ‘स्कीम ऑफ स्पेशल असिस्टेंस टू स्टेट फॉर कैपिटल इनवेस्टमेंट 2022-23’ के तहत हुआ है। इस योजना के अंतर्गत परियोजना के लिए कैपिटल इनवेस्टमेंट केंद्र सरकार की ओर से मिलती है। यह आर्थिक मदद होती है। विशेष वित्तीय सहायता के लिए प्रदेश में कुल 12 परियोजनाओं का चयन किया गया है। नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि पैसा मिलने पर जल्द से जल्द परियोजनाओं का काम पूरा कर लिया जाएगा।

चिल्ला एलिवेटेड रोड को नहीं मिली मंजूरी

नोएडा विकास प्राधिकरण की ओर से इस योजना में चिल्ला एलिवेटेड रोड का प्रस्ताव भी भेज गया था लेकिन इसको मंजूरी नहीं मिल सकी है। धनराशि के अभाव में करीब एक साल से इस परियोजना का काम बंद पड़ा है। अभी तक नाममात्र का काम हुआ है। अनुबंध के तहत उत्तर प्रदेश सरकार से 50 प्रतिशत धनराशि मिलना था, लेकिन अभी तक कुछ नहीं मिला है। अब तक परियोजना पर केवल नोएडा विकास प्राधिकरण ने पैसा खर्च किया है। यह एलिवेटेड रोड बनने से नोएडा शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या समाप्त हो जाएगी। यह एलिवेटेड रोड चिल्ला से सीधे महामाया फ्लाईओवर के पास ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे तक लाखों वाहनों को सुगम सफर मुहैया करवाएगी।

इन परियोजनाओं को मिलेगी केंद्र से धनराशि

डीएससी एलिवेटेड रोडः यह 6 लेन और 5.5 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड रोड है। यह नोएडा शहर का दूसरा एलिवेटेड रोड बन रहा है। यह एलिवेटेड रोड दादरी-सूरजपुर-छलेरा (डीएससी) रोड पर सेक्टर-41 अगाहपुर से फेज टू में स्थित नाले के पास तक बनाया जा रहा है। इसके बनने से बरौला, भंगेल और सलारपुर के रास्ते पर लगने वाला जाम खत्म हो जाएगा। इसका अभी तक करीब 50 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। इसको पूरा होने में करीब 10 महीने का और समय लगेगा। यह 468 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है।

पर्थला फ्लाईओवरः यह 6 लेन चौड़ा और 600 मीटर लंबा फ्लाईओवर है। पर्थला गोल चक्कर पर दिल्ली के सिग्नेचर ब्रिज की तर्ज पर यह फ्लाईओवर बनाया जा रहा है। फ्लाईओवर तीन पिलर और 250 तारों पर टिकाया जाएगा। फ्लाईओवर के निर्माण में 80.53 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसके बनने से वाहन चालक दिल्ली के कालिंदी कुंज से ग्रेटर नोएडा वेस्ट और गाजियाबाद की ओर आसानी से आवाजाही कर सकेंगे। इसका अभी तक करीब 65 प्रतिशत तक काम पूरा हो चुका है। जनवरी 2023 तक काम पूरा होने की उम्मीद है।

सेक्टर-142 एडवेंट बिल्डिंग अंडरपासः यह अंडरपास 4 लेन चौड़ा और 830 मीटर लंबा है। यह अंडरपास नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे के नीचे सेक्टर-142 में एडवेंट इमारत के सामने बनाया जा रहा है। इसको बनाने में 43.21 करोड़ रुपये की लागत आएगी। अभी बॉक्श पुशिंग का काम चल रहा है। अगले साल जनवरी तक इसका काम पूरा करने की डेडलाइन रखी गई है। हाल में निर्माण कार्य के दौरान एक्सप्रेस-वे में गढ्ढा हो गया था। इसकी वजह से वाहन चालकों को जाम में फंसना पड़ रहा है। इसके बनने से सेक्टर-142 और सेक्टर-168 की ओर एक दर्जन गांव और सेक्टर जुड़ जाएंगे।

बहलोलपुर अंडरपासः यह 24 मीटर चौड़ा और 34 मीटर लंबा अंडरपास है। यह फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद (एफएनजी) के नीचे सेक्टर-69 ट्रांसपोर्ट नगर और बहलोलपुर गांव के बीच बनाया जा रहा है। बहलोलपुर अंडरपास का काम लगभग पूरा हो चुका है। यहां से वाहन निकलने शुरू हो गए हैं। अब सिर्फ फिनिशिंग और लूप बनाने के काम बचे हुए हैं। यह करीब 30.30 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। अंडरपास बनने से सेक्टर-62, सेक्टर-63, सेक्टर-64, सेक्टर-65, सेक्टर-66, सेक्टर-67 से चोटपुर और बहलोलपुर समेत कई स्थानों पर आने-जाने वालों को सहूलियत मिल रही है।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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