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पुलिस ने किया ट्रेसः चार बच्चों समेत पाकिस्तानी महिला को पुलिस ने किया ट्रेस, महिला प्रेमी व बच्चों के साथ फरार

पब्जी गेम के जरिये रबूपुरा निवासी सचिन के संपर्क में आई थी चार बच्चों की पाकिस्तानी महिला, प्रेमी के साथ एक माह से रह थी ग्रेटर नोएडा में

ग्रेटर नोएडा। गौतमबुद्ध नगर थाना रबूपुरा की पुलिस ने उस पाकिस्तानी महिला को ट्रेस कर लिया है जो चार बच्चों के साथ अपने प्रेमी सचिन के साथ पिछले करीब एक महीने से उसके साथ रह रही थी। पुलिस उसके बारे में अन्य पूरी जानकारी जुटा रहे है। पुलिस जासूसी के नजरिये से भी मामले की जांच कर रही है। महिला बच्चों और प्रेमी के साथ फरार हो गई है। पुलिस उन्हें दबोचने की भरपूर कोशिश कर रही है।

क्या है मामला

 

 

पब्जी गेम के जरिये चार बच्चों की मां पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर की यहां ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा निवासी सचिन से दोस्ती हो गई। दोस्ती बाद में प्यार में तब्दील हो गई। प्यार रंग इतना गहरा चंढ़ा कि वह बिना कुछ आगा-पीछा सोचे भारत यहां ग्रेटर नोएडा में आ गई और सचिन के साथ ही रहने लगी। इसकी जानकारी अब पुलिस को लगी है। पुलिस मामले की छानबीन में लगी तो उसे उस महिला के नाम का पता चला। पुलिस के अनुसार रबूपुरा में एक पाकिस्तानी महिला के यहां चार बच्चों के साथ घूमने की सूचना मिली थी। इस सूचना पर तत्काल पुलिस टीम गठित की गई। फिर लोकल इंटेलिजेस, इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस व बीट पुलिसिंग की सहायता से थाना रबूपुरा पुलिस ने महिला को ट्रेस कर लिया। इसकी शुरुआती जानकारी में उसका नाम सीमा गुलाम हैदर है। वह पब्जी गेम के माध्यम से सचिन निवासी रबूपुरा के संपर्क में आई थी और उसी के साथ रहने के लिए नेपाल के जरिए भारत पहुंची थी। इस मामले की पुलिस विस्तृत रूप से जांच कर रही है।  अन्य संबंधित एजेंसियों को भी पुलिस ने सूचना दे दी है।

नेपाल का वीजा बनवाया

सीमा गुलाम हैदर ने नेपाल का वीजा बनवाया। भारत का वीजा बनवाने में कई अड़चनें थी। नेपाल का वीजा उसे मिल गया। वह पाकिस्तान से नेपाल फिर वहां से भारत पहुंच गई। यहां वह ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा में सचिन के साथ रहने लगी। वे दोनों शादी कर पाते उसे पहले ही महिला के पाकिस्तानी होने और भारत में अवैध रूप से दाखिल होने का मामला खुल गया।

कोई वैध दस्तावेज नहीं

करीब 27 वर्षीय सीमा गुलाम हैदर के पास भारत में रहने का किसी भी प्रकार का कोई वैध कागजात नहीं है। वह बीते शुक्रवार तक सचिन के साथ रही। सचिन अपनी प्रेमिका सीमा गुलाम हैदर को भारत की नागरिकता दिलाने के भी प्रयास में था।

पुलिस की पकड़ से दूर

सचिन अपनी प्रेमिका के कुछ ठोस कर पाता इसके पहले ही गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट को इसकी जानकारी हो गई। पुलिस सीमा गुलाम हैदर को तलाश में जुटी ही थी कि वह अपने प्रेमी और अपने बच्चों के साथ टैक्सी से जेवर की ओर भाग गई। पुलिस ने उस टैक्सी चालक को भी ट्रेस कर लिया है जिसकी टैक्सी से वे भागे हैं।

सिर्फ प्रेम प्रसंग या और कुछ

पुलिस मामले के खुलासे और सीमा उसके बच्चे और सचिन की तलाश में जुट गई है। पुलिस ने टैक्सी ड्राइवर समेत अन्य लोगों से पूछताछ की है। इसमें पुलिस की इतनी ही सफलता मिली कि उसे उसका नाम पता चल गया। पुलिस इस कोण से भी जांच कर रही है कि क्या वास्तव में यह प्रेम प्रसंग का ही मामला है या जासूसी का भी है।

पाकिस्तान के कराची की निवासी  है सीमा

सीमा पाकिस्तान के सिंध प्रदेश के कराची की रहने वाली है। उसकी शादी गुलाम हैदर नामक व्यक्ति से हो चुकी है। उसके चार बच्चे हैं। कुछ महीने पहले ग्रेट नोएडा के रबूपुरा के आंबेडकर नगर ग्राम निवासी सचिन (22) की पब्जी गेम के दौरान पाकिस्तानी सीमा से दोस्ती हो गई। उसी दौरान दोनों के बीच अपने-अपने मोबाइल फोन नंबर का आदान- प्रदान भी हो गया। उनमें आपस में बातचीत भी होने लगी। बातचीत गहरी दोस्ती फिर प्यार में तब्दील हो गई। फिर दोनों ने एक साथ रहने में फैसला कर लिया। फिर सीमा  नेपाल के रास्ते भारत में घुसी।

जासूसी का संदेह, पुलिस को दी सूचना
सीमा और सचिन विवाह करने के लिए कानूनी जानकारी जुटा रहे थे। जिस वकील से वे जानकारी जुटा रहे थे उस वकील को महिला के जासूस होने का संदेह हुआ। महिला ने बताया था कि उसका भाई पाकिस्तानी सेना में है। उसका पति उससे और बच्चों से अलग रहता है। वह जिन चार बच्चों को लाई है उनकी उम्र तीन से लेकर आठ साल तक है। सचिन ने वकील को बताया था कि वह जल्दी विवाह इसलिए करना चाहता है कि सीमा उस पर बार-बार दिल्ली घूमने का दबाव बना रही है। फिर वकील ने ही सीमा के जासूस होने का शक जाहिर कर पुलिस को इसकी सूचना दे दी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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