राजनीतिः दिल्ली की तर्ज पर हो उत्तर प्रदेश में बिना कटौती बिजली की सप्लाई, मृतक के परिजनों को मिले मुआवजा व नौकरी
उत्तर प्रदेश में भीषण बिजली कटौती के विरोध में आप के कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन, सीएम को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा
नोएडा। उत्तर प्रदेश में बिजली की अघोषित कटौती के विरोध में आम आदमी पार्टी (आप) गौतमबुद्ध नगर के कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह जादौन के नेतृत्व में सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय नोएडा पर जोरदार प्रदर्शन किया। यहां उन्होंने इस दौरान मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिट्रेट को सौंपा।
बिजली नहीं होने से हो रही मौत
प्रदर्शन के दौरान आप के जिला अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह जादौन ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में बिजली की अघोषित कटौती से जनता त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रही है। प्रदेश में लोग बिजली कटौती का भीषण संकट झेल रहे हैं। भीषण गर्मी की वजह से अस्पतालों में लोग भर्ती हो रहे हैं। मौतें हो रही हैं। अकेले पूर्वांचल में सैकड़ों लोगों की मौतें हो चुकी हैं। अस्पतालों में भर्ती मरीज गर्मी से बेहाल होकर भाग रहे हैं। गर्मी के कारण तमाम बीमारियों के शिकार हो रहे हैं।
दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति
उन्होंने कहा कि ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि 21वीं सदी में लोगों को बिजली जैसी मूलभूत आवश्यकता की पूर्ति नहीं हो रही है। बिजली आपूर्ति नहीं होने से गर्मी के कारण लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि ये मौत नहीं बल्कि हत्या है। लोगों की मौतों पर भाजपा के मंत्री संवेदनहीन बयान दे रहे हैं, ये बेहद दुःखद है।
दिल्ली सरकार दे रही बिना कटौती के बिजली
भूपेंद्र जादौन ने कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार बिना कटौती 24 घंटे बिजली दिल्ली की जनता को उपलब्ध करा रही है। उत्तर प्रदेश की जनता योगी सरकार से जानना चाहती है कि जब दिल्ली की जनता को मुफ्त और बिना कटौती 24 घंटे बिजली उपलब्ध हो सकती है तो उत्तर प्रदेश की जनता को देश में सबसे महंगी और बिना कटौती 24 घंटे बिजली क्यों नहीं उपलब्ध हो पा रही है? जबकि भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश की जनता को मुफ्त और 24 घंटे बिजली देने का वादा किया था। आखिर, यह वादा जुमला क्यों हो गया? जनता जानना चाहती है।
27 हजार मेगावाट की जरूरत
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में 27000 मेगावाट बिजली की जरूरत है। मात्र 4 हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। 23 हजार मेगावाट बिजली बाहर से खरीदी जा रही है। इसके बाबजूद 10- 12 घंटे की बिजली कटौती होती है। अघोषित बिजली कटौती से लोग बेहद परेशान हैं।
बिजली विभाग में कर्मचारियों की कमी
उन्होंने कहा कि बिजली विभाग में वर्तमान में एक लाख कर्मचारियों की जरूरत है लेकिन मात्र 34 हजार कर्मचारी कार्यरत हैं। 66 हजार बिजली कर्मचारियों की कमी है। इसकी वजह से विभाग ठीक से काम नहीं कर पा रहा है। ट्रांसफार्मर फूंक जा रहे हैं। जगह जगह तार टूट रहे हैं। कर्मचारियों के अभाव में काम नहीं हो पा रहा है। लोग गर्मी में रहने को मजबूर हैं।
मृतक आश्रितों को मिले मुआवजा
आम आदमी पार्टी ने प्रदेश में निर्बाध बिजली आपूर्ति कराने की मांग की है जिससे इस भयंकर गर्मी से लोगों को निजात मिल सके और लोगों की मौतें न हों। गर्मी के कारण प्रदेश में जो मौतें हुई है उन मृतक के परिवार को उचित मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए। बिजली विभाग में रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरा जाए।
ये लोग भी थे शामिल
प्रदर्शन में आप के जिला महासचिव राकेश अवाना, जिला उपाध्यक्ष राहुल सेठ, माइनॉरिटी विंग जिला अध्यक्ष दिलदार अंसारी, पंचायत प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मनोज यादव, श्रम प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष नरेश प्रजापति, जिला सचिव विजय श्रीवास्तव, सोशल मीडिया प्रभारी प्रदीप सुनाइए, दादरी विधानसभा अध्यक्ष विवेक शर्मा, डॉक्टर बीपी सिंह, कोषाध्यक्ष मुन्ना गुप्ता, जतन भाटी, डॉक्टर संजय सिंह, राज भाटी, भानु ठाकुर, अब्दुल मजीद, डीसी बेलवाल, अफजल चौधरी, विश्वेंद्र जादौन, प्रवीण चौधरी, बलराम बंजारा, रवि नायक, पप्पू ठाकुर, सुरेंद्र शाह, रामविलास यादव सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।