राजनीतिः आजमगढ़ व रामपुर को अभेद्य बनाने की तैयारी
दोनों लोकसभा क्षेत्र के विकास कार्यों पर रहेगी मुख्यमंत्री की सीधी नजर
लखनऊ। पिछले महीने हुए उत्तर प्रदेश की दो लोकसभा क्षेत्रों आजमगढ़ और रामपुर में उप चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) को पराजित करने के बाद भाजपा ने दोनों क्षेत्रों को अजेय बनाने के मामले पर कार्य शुरू कर दिया है।
दोनों ही क्षेत्र सपा के गढ़ थे
खासतौर से आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा क्षेत्र समाजवादी पार्टी के गढ़ माने जाते रहे हैं। उप चुनाव में इन दोनों ही सीटों को भाजपा ने समाजवादी पाट्री से छीन लिया है। अब इन दोनों ही क्षेत्रों से सपा का नामोनिशान मिटाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद आगे आए हैं। प्रदेश सरकार के जरिये भाजपा इसे अपना अभेद्य दुर्ग बनाने की तैयारी कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोनों ही जिलों को शीर्ष प्राथमिकता में रखा है। इन दोनों ही क्षेत्रों में चल रहीं विकास परियोजनाओं की शासन स्तर से समीक्षा के निर्देश पहले ही दिए जा चुके हैं। इन जिलों पर अब मुख्यमंत्री कार्यालय की सीधी नजर है।
कोई परियोजना लंबित न रहे
बीते मंगलवार को सरकार के पहले 100 दिन के कार्यों की हुई समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी ने आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव में भाजपा की अभूतपूर्व जीत की चर्चा की थी और स्थानीय जनता के प्रति आभार जताया था। उन्होंने कहा था कि रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में स्थानीय जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों में अभूतपूर्व विश्वास जताया है। हमें इस विश्वास और उनके भरोसे पर खरा उतरना होगा। सभी विभाग इन दोनों जिलों से सम्बंधित विकास परियोजनाओं की समीक्षा कर लें, कोई भी प्रस्ताव लंबित नहीं रहे। मुख्यमंत्री कार्यालय भी इन क्षेत्रों में चल रही और लंबित विकास परियोजनाओं की समीक्षा करेगा।
हरिहरपुर को जल्द मिलेगी बड़ी सौगात
शास्त्रीय संगीत में आजमगढ़ के हरिहरपुर घराना की समृद्ध विरासत का जिक्र करते मुख्यमंत्री ने कहा था कि हरिहरपुर घराना 600 वर्ष से अधिक पुराना घराना है। ऐसे में संगीत जगत के लब्ध प्रतिष्ठित लोगों से परामर्श कर उनकी मंशा के अनुरूप कला-संगीत साधकों के हित में यहां के लिए आवश्यक प्रस्ताव तैयार किया जाएंगे। इसी तरह बिलासपुर (रामपुर) चीनी मिल का सुदृढ़ीकरण का कार्य जल्दी की जाएगी।
इनके अलावा दोनों ही क्षेत्रों में युवकों को रोजगार के अवसर देने की संभावना की भी तलाश की जा रही है। लंबित और चल रही परियोजनाओं के पूरा होने से हजारों स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। अन्य परियोजनाओं के इन दोनों की क्षेत्रों में स्थापित करने पर विचार किया जा रहा है।