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नोएडा में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति तक पहुंचा, दिनभर स्कूलों में फोन करके छुटटी की पूछते रहे अभिभावक

नोएडा (Federal Bharat news): प्रदूषण की स्थित गंभीर होने और वायु गुणवत्ता(एक्यूआइ) का स्तर चार को आंकड़ा पार करने के बावजूद नोएडा-ग्रेटर नोएड़ा में स्कूलों को बंद किए जाने का अब तक कोई अधिकारिक आदेश जारी नहीं हुआ है। अभिभावक स्कूलों के लगातार संपर्कों हैं। इस बीच सुप्रीम कोर्ट प्रदूषण की गंभीर स्थित को देखते हुए स्कूल प्रबंधन को ऑनलाइन क्लास शुरू करने की सलाह दी है।
डीएम ने बुलाई बैठक
दिल्ली-एनसीआर के नोएडा सहित अन्य शहरों में प्रदूषण की स्थिति काफी भयावह हो गई है। प्रदूषण का स्तर नोएडा में 400 का आंकड़ा पार कर चुका है। नोएडा गैस चैंबर बन चुका है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने स्थिति को देखते हुए ग्रेप फोर लागू कर दिया है। इस बीच शीतलहर और प्रदूषण की समस्या के दृष्टिगत आम जनमानस को सुरक्षित रखने हेतु संबंधित विभागों के अधिकारियों के बैठक की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
स्कूल बंद करने को लेकर ऊहापोह
वायु गुणवत्ता की स्थिति खराब होने के बाद भी देर शाम तक स्कूल-कालेजों को बंद करने का कोई अधिकारिक आदेश जारी नहीं किया जाएगा। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने स्कूल प्रबंधन और प्रशासन से प्रदूषण की गंभीर समस्या के मद्देनजर ऑनलाइन क्लास शुरू करने की सुझाव दिया है। इस संबंध में दिल्ली सरकार ने आदेश जारी कर दिए हैं, लेकिन देर शाम तक यूपी सरकार की ओर से कोई अधिकारिक सूचना स्कूलों की छुट्टी के संदर्भ में नहीं जा की गई थी।

Mukesh Pandit

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के हापुड़ शहर (अब जिला) में जन्म। एसएसवी पीजी कालेज से हिंदी एवं समाजविज्ञान में स्नातकोत्तर की शिक्षा। वर्ष 1988 से विभिन्न समाचार पत्रों दैनिक विश्वमानव, अमर उजाला, दैनिक हरिभूमि, दैनिक जागरण में रिपोर्टिंग और डेस्क कार्य का 35 वर्ष का अनुभव। सेवानिवृत्त के बाद वर्तमान में फेडरल भारत डिजिटल मीडिया में संपादक के तौर पर द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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Mukesh Pandit

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के हापुड़ शहर (अब जिला) में जन्म। एसएसवी पीजी कालेज से हिंदी एवं समाजविज्ञान में स्नातकोत्तर की शिक्षा। वर्ष 1988 से विभिन्न समाचार पत्रों दैनिक विश्वमानव, अमर उजाला, दैनिक हरिभूमि, दैनिक जागरण में रिपोर्टिंग और डेस्क कार्य का 35 वर्ष का अनुभव। सेवानिवृत्त के बाद वर्तमान में फेडरल भारत डिजिटल मीडिया में संपादक के तौर पर द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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