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तैयारीः 15 से 21 जून तक मिल-जुलकर मनाएं ‘योग सप्ताह’, मुख्यमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों की समीक्षा की, दिए दिशा-निर्देश

20 जून को नगर विकास, ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज विभाग स्थानीय शिक्षण संस्थानों के साथ समन्वय स्थापित कर स्वच्छता का विशेष अभियान चलाएं

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने सहयोगी विभिन्न मंत्रियों और शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने इस मौके पर कई दिशा-निर्देश भी दिए।

हर घर-आंगन योग थीम

मुख्यमंत्री ने कहा कि योग, भारतीय मनीषा द्वारा विश्व मानवता को प्रदान किया गया वह अमूल्य उपहार है जो शरीर और मन दोनों को स्वस्थ रखता है। हमारे ऋषि मुनियों के इस प्रसाद से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरी दुनिया को परिचित कराया है। इस वर्ष 9वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम “हर घर-आंगन योग” रखी गई है, जिससे योग के माध्यम से प्रत्येक परिवार को कल्याण एवं स्वास्थ्य प्राप्त हो सके।

अधिक से अधिक लोगों को पहुंचे लाभ

उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अधिक से अधिक लोगों को योग का लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से इस वर्ष 15 जून से 21 जून तक ‘योग सप्ताह’ के रूप में मनाया जाना चाहिए। योग सप्ताह की अवधि में जिला मुख्यालयों पर सामूहिक योगाभ्यास कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। सार्वजनिक पार्कों में प्रतिदिन प्रातःकाल 6 बजे से 8 बजे तक सामूहिक योगाभ्यास हो। यूनिवर्सिटी, महाविद्यालय, स्कूल, कॉलेज में योग से संबंधित सेमिनार, कार्यशाला आयोजित हों, जिसमें आधुनिक जीवन शैली में योग की भूमिका, मानसिक विकारों के प्रबंधन में योग की भूमिका, योग, भाषण प्रतियोगिता, रंगोली, पोस्टर प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता, स्लोगन, आशु भाषण प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएं।

जनप्रतिनिधियों की हो सहभागिता

उन्होंने कहा कि योग सप्ताह के विविध कार्यक्रमों में स्थानीय जन प्रतिनिधियों की सहभागिता भी होनी चाहिए। आमजन की सुविधा और जागरूकता के लिए कॉमन योग प्रोटोकॉल के वीडियो लिंक भी प्रसारित किए जाने चाहिए। स्वयंसेवी संस्थाओं, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों, धार्मिक, सामाजिक संस्थाओं, योग संस्थानों, एनसीसी कैडेट, स्काउड एंड गाइड और एनएसएस स्वयंसेवकों को योग दिवस से जोड़ा जाना चाहिए। अधिकाधिक लोगों को योग दिवस के महत्वपूर्ण आयोजन से जोड़ने के लिए जन जागरूकता बढ़ाने के प्रयास किए जाएं। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के दिन सभी मंत्री अपने प्रभार वाले जिलों में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हों। स्थानीय जन प्रतिनिधियों को कार्यक्रमों से जोड़ें। योग प्रशिक्षक भी दिए जाएं। विश्वविद्यालयों के विशाल परिसर में बड़े योगाभ्यास कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि  21 जून के मुख्य समारोह को सभी 58 हजार ग्राम पंचायतों और 762 नगरीय निकायों में आयोजित किया जाएं। अमृत सरोवर, ऐतिहासिक महत्व के स्थलों और सांस्कृतिक स्थलों में हो योगाभ्यास कराया जाना उचित होगा। सभी 14 हजार वार्डों में योगाभ्यास के लिए पार्षदों के माध्यम से स्थान चिन्हित कराएं।

स्वच्छता का विशेष अभियान चले

उन्होंने कहा कि  20 जून को नगर विकास, ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज विभाग स्थानीय शिक्षण संस्थानों के साथ समन्वय स्थापित कर स्वच्छता का विशेष अभियान चलाएं। बच्चों को फल-मिष्ठान्न वितरण भी हो। नगर विकास विभाग द्वारा योगाभ्यास के लिए प्रस्तावित स्थलों पार्कों की साफ-सफाई करा ली जाए। सभी पुलिस लाइंस, पीएसी बटालियन को योग दिवस के मुख्य आयोजन से अवश्य जोड़ा जाए। कार्यक्रम स्थलों की सुरक्षा के दृष्टिगत पुलिस बल की सतत पेट्रोलिंग होनी चाहिए।

 

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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