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तैयारीः लड़पुरा गांव में किसानों ने की महापंचायत, ग्रामीणों ने डेरा डालो घेरा डालो आंदोलन में आने का किया वादा

किसान सभा के आह्वान पर ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण पर किसानों का महापड़ाव 40वें दिन में किया प्रवेश, फिर भी जोश कम नहीं

ग्रेटर नोएडा। किसान सभा के आह्वान पर 6 जून को ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण पर आयोजित किया जाने वाला किसानों का डेरा डालो घेरा डालो आंदोलन की तैयारी के सिलसिले में आज शनिवार को लड़पुरा गांव में महापंचायत आयोजित की गई। इस पंचायत में सैकड़ों किसानों ने भाग लिया। उन्होंने किसान सभा के प्रतिनिधियों से वादा किया कि वे सैकड़ों की संख्या में डेरा डालो घेरा डालो आंदोलन में भाग लेने किए लिए आएंगे। उधर ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण कार्यालय पर किसानों का महापड़ाव आज 40वें दिन में प्रवेश कर गया। बावजूद इसके किसानों का जोश कम नहीं हुआ है।

कई लोगों ने महापड़ाव को किया संबोधित

शनिवार को आज चालीसवें दिन के महापड़ाव में शामिल किसानों का नेतृत्व रंगीलाल भाटी ने किया। विरोध सभा का संचालन अजय पाल भाटी ने किया। महापड़ाव में सैकड़ों महिला और पुरुष किसान शामिल थे। उधर, 6 जून के डेरा डालो घेरा डालो कार्यक्रम की तैयारी के लिए लड़पुरा गांव में महापंचायत हुई। इसमें सैकड़ों किसान शामिल हए। किसानों ने 6 जून को पूरी संख्या में आने का वादा किया। महापड़ाव में शामिल लोगों को संदीप भाटी, नरेंद्र भाटी, किसान सभा के नेता दिगंबर सिंह, निशांत रावल, पूनम भाटी, तिलक देवी, जगबीर नंबरदार, सुरेंद्र यादव, सतीश यादव, गवरी मुखिया, राजीव नागर, अजब सिंह नेताजी, प्रकाश प्रधान आदि ने संबोधित किया।

किसानों में एकता कायम

धरने को संबोधित करते हुए किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि पूरे क्षेत्र में नौजवानों, महिलाओं, किसानों, भूमिहीनों में एकता कायम हो चुकी है। हजारों की संख्या में 6 जून को डेरा डालो घेरा डालो कार्यक्रम में किसान आएंगे। ब्रह्मपाल सूबेदार ने कहा कि प्राधिकरण को किसानों के वाजिब मुद्दों का तुरंत समाधान करना चाहिए अन्यथा किसान पूरे दिन के लिए प्राधिकरण के दूसरे गेट को बंद कर देंगे। गवरी मुखिया ने कहा कि हम सब पूरे पक्के इरादे के साथ आंदोलन कर रहे हैं आंदोलन तभी समाप्त होगा जब हमारे 10% आबादी प्लाट सर्किल रेट का 4 गुना मुआवजा आबादियों की लीजबैक रोजगार की नीति भूमिहीनों का 40 वर्ग मीटर का प्लाट और अन्य मुद्दे हल हो जाएंगे।

सभी करा चुके हैं अवगत

किसान सभा के प्रवक्ता डॉ, रुपेश वर्मा ने कहा कि हम एसडीएम से लेकर चेयरमैन तक अपने मुद्दों को बता चुके हैं। प्राधिकरण द्वारा तानाशाही करते हुए किसानों के हित में हुए समझौतों को रद्द किया है एवं तय नियम कानूनों का उल्लंघन कर कम कीमत पर जमीनों की खरीद हो रही है जबकि प्राधिकरण पूरी तरह मुनाफाखोरी में संलिप्त है ₹3500 में जमीन खरीद कर ₹72000 में बेच रहा है। प्राधिकरण की स्थापना औद्योगिक विकास के लिए की गई थी न कि मुनाफाखोरी के लिए। प्राधिकरण में तैनात अधिकारियों की मानसिकता किसान विरोधी है। प्राधिकरण के शीर्ष अधिकारी फैसला लेने में असमर्थ हैं। इच्छाशक्ति का अभाव है। ऐसे अधिकारियों को ट्रांसफर कर सक्षम अधिकारियों की नियुक्ति होनी चाहिए। किसान सभा के जिलाध्यक्ष नरेंद्र भाटी ने चेतावनी दी कि प्राधिकरण होश में आ जाए वरना प्राधिकरण को पूरी तरह क्षेत्र के किसान बंद करने का काम करेंगे। किसान सभा के उपाध्यक्ष यतेंद्र मैनेजर ने कहा कि मायचा गांव से सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष किसान प्राधिकरण पर डेरा डालने को तैयार हैं और जेल जाने को तैयार हैं। हरेंद्र खारी ने कहा कि हमने पूरी तैयारी कर ली है प्राधिकरण पर डेरा डालने के लिए खैरपुर गांव से बड़ी संख्या में लोग तैयारी कर चुके हैं। संदीप भाटी ने कहा कि पूरे क्षेत्र में कमेटियां सक्रिय हैं अपने अपने गांव में प्रभात फेरी निकालकर डेरा डालो घेरा डालो प्रोग्राम की तैयारी में लोग जुटे हैं अबकी बार हमारा हर आंदोलन ऐतिहासिक हो रहा है 6 तारीख का आंदोलन दिल्ली आंदोलन की तर्ज पर किया जाएगा डेरा तभी उठेगा जब किसानों की समस्याएं हल हो जाएंगी। किसान सभा के सचिव जगबीर नंबरदार ने कहा अबकी बार किसान आरपार के मूड में यह लड़ाई लड़ रहे हैं और किसी भी कीमत पर पीछे हटने वाले नहीं हैं। किसान सभा के घोड़ी गांव के नेता निशांत राहुल ने कहा क्षेत्र में अबकी बार अभूतपूर्व चेतना आई है लोगों में एकजुटता ही है भूमिहीन किसान भी आंदोलन के साथ पूरी ताकत के साथ जुड़ गए हैं माताएं बहने और युवा शक्ति आंदोलन के साथ खड़ी है अब दुनिया की कोई ताकत किसानों के मुद्दों को हल होने से रोक नहीं सकती। धरने पर बलबीर सिंह, निरंकार प्रधान, अशोक आर्य, ज्ञानू पंडित जी, मोनू मुखिया, अभय भाटी, रमेश भाटी, मोहित भाटी,  प्रीतम नागर लाला नागर बिजेंदर नागर राजेंद्र नागर मास्टर खड़क सिंह मुकेश खेड़ी मटोल खेड़ी सुशील सुनपुरा सोनम उर्मिला पूजा शांति देवी सत्तो देवी संतरा कमला कमलेश एवं सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष किसान उपस्थित रहे।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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