प्रेस कॉन्फ्रेंसः पर्यावरण राज्यमंत्री ने बढ़ते प्रदूषण को लेकर जताई चिंता
प्रदूषण बढ़ने का कारण बताया, क्या है प्रदूषण बढ़ने का कारण, समाधान के लिए लोगों क्या अपील की
नोएडा। उत्तर प्रदेश के वन, पर्यावरण, जंतु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन विभाग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण कुमार ने आम लोगों से अपील की कि वे बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सरकार का सहयोग करें। उन्होंने दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण बताए। उन्होंने इस पर गहरी चिंता जताई। वह शनिवार को यहां नोएडा के सेक्टर 38 स्थित बिजली विभाग के गेस्ट हाउस (अतिथि गृह) में मीडिया कर्मियों से बातचीत कर रहे थे।
प्रदूषण बढ़ने का ठीकरा पंजाब पर फोड़ा
उन्होंने दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में बढ़ते प्रदूषण का ठीकरा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब सरकार फोड़ा। उन्होंने कहा कि पंजाब में पराली (धान के अवशेष) जलाए जाने के कारण यहां की हवा प्रदूषित हो रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल झूठ बोलते हैं। उनके दावे पूरी तरह से खोखले हैं। पश्चिम उत्तर प्रदेश में पराली नहीं जलाई जाती है। यहां (एनसीआर व दिल्ली) की हवा प्रदूषित करने के लिए पंजाब सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार है।
उन्होंने कहा कि बढ़ते प्रदूषण पंजाब सरकार तो जिम्मेदार है ही, दिल्ली की केजरीवाल सरकार भी जिम्मेदार है। वायु प्रदूषण को बढ़ाने में दिल्ली और पंजाब की अहम भूमिका है। पंजाब में लगातार पर पराली जलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि जब तक दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार सरकार नहीं हुआ करती थी तब मुख्यमंत्री केजरीवाल लगातार भाजपा पर आरोप लगाते रहते थे लेकिन आज पंजाब में उनकी सरकार है तब वह वह पराली जलाने पर रोक नहीं लगा पा रहे हैं। इसके कारण उत्तर प्रदेश के अधिकतर शहरों में वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। इससे लोगों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। लोग आंखों में जलन की शिकायत कर रहे हैं।
गौरतलब है कि नोएडा में पिछले कुछ दिनों से लगातार एक्यूआई चार सौ के पार बना हुआ है
प्रदूषण दूर करने के प्रयासों की जानकारी उन्होंने नोएडा समेत एनसीआर में वायु प्रदूषण को दूर करने और इस पर नियंत्रण पाने के लिए किए जा रहे उपायों के बारे में उन्होंने जानकारी भी दी। उन्होंने कहा कि बढ़ते वायु प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए हम संबंधित लोगों, अधिकारियों और सरकारों से लगातार बातचीत कर रहे हैं। जल्द ही इस पर विचार विमर्श के लिए बैठक होगी। आज नोएडा में वे अधिकारियों से भी बातचीत करेंगे।
निर्माण पर रोक, होता पाए तो दें सूचना
राज्य मंत्री अरुण कुमार सिंह कहा कि वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए नोएडा, ग्रेटर नोएडा समेत अन्य प्रभावित क्षेत्रों में निर्माण कार्य पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। धूल फैलाने वाले सारे कार्य बंद कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर रोक के बावजूद निर्माम कार्य होता हुआ, धूल उड़ाने वाले कार्य और कहीं आग लगाने फैल रहे वायु प्रदूषण की घटना होती है तो इसकी सूचना दे सकते हैं। इस मामले में जिम्मेदार अधिकारी पर कार्यवाही भी होगी।
ये भी किए गए उपाय
उन्होंने कहा कि एनसीआर में बंद पड़े स्मॉग टावर शुरू करा दिए गए हैं। मालूम हो कि करीब तीन करोड़ की लागत से भेल और नोएडा विकास प्राधिकरण के सहयोग से बनकर तैयार हुआ स्मॉग टावर अब शुरू हो गया है। यह लंबे समय से बंद पड़ा था।
उन्होंने बताया कि वॉटर स्प्रिंगकल के ज़रिए पानी का छिड़काव लगातार कराया जा रहा है। स्मॉग गन का इस्तेमाल करके वायु की गुणवत्ता को सुधारा जा रहा है। उन्होंने कहा कि शासन की ओर से नोएडा विकास प्राधिकरण को मांग के अनुसार और अधिक स्मॉग गन उपलब्ध कराए जाएंगे। गौतमबुद्ध नगर जिले को प्रदूषण से बचाने के लिए शासन स्तर पर जो तैयारियां गई हैं वे सभी यहाँ भी अपनाई जा रही हैं।
एक मात्र स्मॉग टावर के बंद होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कम से कम अब तो वह चालू हो गया है। पिछले साल ही इस स्मॉग टावर का शुभारंभ किया था।