×
educationउत्तर प्रदेशएजुकेशनगौतम बुद्ध नगरग्रेटर नोएडानोएडानोएडा वेस्ट

स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन के पांचवे हार्डवेयर संस्करण का भव्य समापन

गलगोटिया विश्वविद्यालय में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित किया गया था कार्यक्रम

ग्रेटर नोएडा। गलगोटिया विश्वविद्यालय को हार्डवेयर संस्करण के लिए नोडल सेंटर चुना गया था। जहां से भारत सरकार के शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष सरकार ने देश के सभी 75 नोडल सेंटर का एक साथ उद्घाटन किया था। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑनलाइन जुड़कर सभी छात्रों से संवाद किया था। विश्वविद्यालय में देश के सात राज्यों की २२ टीमों ने भाग लेकर शिक्षा मंत्रालय, इलेक्ट्रानिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, जल शक्ति मंत्रालय के पांच प्रॉब्लम स्टेटमेंट पर लगातार 120 घंटे कार्य किया। प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल ने अलग-अलग पांच प्राब्लम के आधार पर पांच टीमों को विजेता घोषित किया। अम्मन एण्ड टैक्नोलॉजी की टीम (टैक नाइट्स) को विकलांग बच्चों के लिए शिक्षा वितरण और सीखने के परिणाम में सुधार करने के लिए श्रीकृष्णा कालिज ऑफ टैक्नोलॉजी की टीम हेफेस्टस को रेमेड के लिए धीमे सीखने वाले की पहचान करने के लिए श्रीकृष्णा कालिज ऑफ टैक्नोलाजी की दूसरी

टीम क्रेनोविएन्ट्ज़ को स्कूल स्तर पर विज्ञान विषयों की आभासी प्रयोगशाला के लिए जोधपुर इंजीनियरिंग एण्ड टैक्नोलॉजी की

टीम टेस्ला को सस्टेनेबल और नो कॉन्टैक्ट अटेंडेंस सिस्टम के लिए और पीएसएनए कालिज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टैक्नोलॉजी की टीम एगवेंचर्स को जल उपयोग दक्षता में सुधार, सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग और भौतिक प्रोटोटाइप बनाने के लिए विजेता घोषित किया गया। सूचना प्रौद्योगिकी और साइबर सुरक्षा निदेशालय डीआरडीओ मुख्यालय दिल्ली के सहयोगी निदेशक नितिन राय, शिक्षा मंत्रालय की नवाचार प्रकोष्ठ के नवाचार अधिकारी पंकज पाण्डेय और आईईएसए के अध्यक्ष डाॅ0 राहुल वालावलकर ने सामिल होकर सभी विजेता टीमों को एक एक लाख रूपये नगद और ट्राफी पुरस्कार में देकर सम्मानित किया।

गलगोटिया विश्वविद्यालय के माननीय कुलाधिपति सुनील गलगोटिया ने प्रतिभागियों को को संदेश देते हुए कहा कि आप कठिन परिश्रम से ही भारत के उज्ज्वल भविष्य का निर्माण कर पायेंगें। विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ध्रुव गलगोटिया ने सभी विजेता टीमों को बधाई देते कहा हार जीत महत्त्वपूर्ण नहीं है प्रतियोगिता में लड़ना महत्वपूर्ण है। आप सभी देश के भविष्य है। देश का युवा ही प्रधानमंत्री के भारत को सुपर पॉवर बनाने के विजन को सफल करेंगे।

 

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Tags

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Related Articles

Back to top button
Close