ऑपरेशन सिंदूर पर टिप्पणी करने वाले प्रोफेसर अली खान को सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम राहत !

नोएडा : भारतीय सेना के हालिया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर की गई एक कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर विवादों में आए अशोका यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल गई है।
बुधवार को कोर्ट ने आदेश देते हुए उन्हें अस्थायी रूप से रिहा करने को कहा, जिससे फिलहाल उन्हें बड़ी राहत मिली है।
कोर्ट ने जताई टिप्पणी की गंभीरता पर चिंता
सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने माना कि मामला सिर्फ एक सोशल मीडिया पोस्ट का नहीं है, बल्कि इसका राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक भावना से भी गहरा संबंध है।
कोर्ट ने यह भी कहा कि इस तरह के मामलों में सतर्क और निष्पक्ष जांच जरूरी है, ताकि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और राष्ट्रीय हितों के बीच संतुलन बना रहे।
विशेष जांच दल (SIT) करेगा बयान की जांच
कोर्ट ने इस पूरे मामले की विस्तृत जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) गठित करने का निर्देश दिया है। यह टीम प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद के बयान और उसकी परिस्थितियों की गहनता से जांच करेगी।
SIT यह पता लगाएगी कि क्या उनकी टिप्पणी जानबूझकर देश की सेना या सुरक्षा व्यवस्था को बदनाम करने के इरादे से की गई थी।
फिलहाल राहत, लेकिन जांच जारी रहेगी
हालांकि सुप्रीम कोर्ट से मिली अंतरिम राहत से प्रोफेसर को कुछ राहत ज़रूर मिली है, लेकिन मामला पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। SIT की रिपोर्ट और आगे की सुनवाई से यह तय होगा कि प्रोफेसर अली खान के खिलाफ केस किस दिशा में जाएगा।