विरोधः किसान नेताओं की गिरफ्तारी पर भाकियू (भानु) ने सिटी मजिट्रेट को ज्ञापन देकर विरोध जताया
लाठीचार्ज का भी लगाया आरोप, कहा, जिस अधिकारी ने भी लाठीचार्ज का आदेश दिया उसके खिलाफ कार्रवाई हो
ग्रेटर नोएडा। भारतीय किसान यूनियन (भानु) की नोएडा इकाई ने आरोप लगाया कि पिछले 43 दिनों से ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण पर धरना दे रहे किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। भाकियूभा का यह भी आरोप है कि किसान सभा के नेतृत्व में शांतिपूर्ण तरीके से धरना दे रहे किसानों को गिरफ्तार कर लिया गया।
ज्ञापन देकर विरोध जताया
भाकियू भानु ने कथित लाठीचार्ज और किसान नेताओं को जेल भेजने के विरोध में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन यहां सिटी मजिस्ट्रेट को मुख्यमंत्री को सौंपा। भाकियू भानु के राष्ट्रीय महामंत्री चौधरी बीसी प्रधान ने कहा कि आन्दोलनरत किसानों के साथ पुलिस ने जो बर्बरता की यह लोकतंत्र में बिलकुल बर्दाश्त नहीं हो सकता। लोकतंत्र में सबको अपनी बात रखने का अधिकार है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्राधिकरण अधिकारियों ने हमेशा भोले-भाले किसानों से हमेशा छल किया है। किसानों का हक मारा जा रहा है। इसलिए सरकार अधिकारियों पर अंकुश लगाकर किसान को उनका हक दिलवाए। उन्होंने कहा कि जिसने भी कल लाठीचार्ज का आदेश दिया उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई हो और निर्दोष किसानों को तुरंत रिहा जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि नहीं तो लड़ाई आरपार की होगी। उनका संगठन संगठन पूरी तरह अपने किसानों के साथ होगा।
किसी ने किसानों का भला नहीं किया
भाकियू (भानु) के महानगर अध्यक्ष राजबीर मुखिया ने कहा कि सरकार कोई भी रही हो उसने किसानों का भला नहीं किया।
प्रदेश उपाध्यक्ष युवा मोर्चा विकास गुर्जर ने कहा कि तीनों प्राधिकरण दलाली के अड्डे बन गए हैं। हम सभी संगठन किसानों के मुद्दों पर एक है इसलिए सरकार व प्राधिकरण सुधर जाये नहीं तो लड़ाई आरपार की होगी।
ये लोग रहे मौजूद
ज्ञापन देने के समय मुख्य रूप से, नोएडा संयोजक प्रेमसिंह भाटी, विकास गुर्जर प्रदेश उपाध्यक्ष युवा मोर्चा, मांगेराम शर्मा, लोकेश पीलवान, राजकुमार मोनू, ऋषि अवाना, अनिल प्रजापति, महेश तंवर, परविनद्र नेता, दिलशाद खान, जोगिंदर चपराना, इसहाक खान , जीतू बैसोया , दिनेश कुमार, हितेश पांडेय इत्यादि मौजूद रहे।