नई दिल्ली। पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबर की मुश्किलें बढ़ना तय है। सीबीआई ने पुराने मामलों में नये केस दर्ज कर केंद्रीय अन्वेषक ब्यूरो (सीबाआई) ने मंगलवार को देश के कई शहरों में स्थित उनके ठिकानों पर एक साथ छापे मारे। ये छापे चेन्नई, दिल्ली, मुंबई, तमिलनाडु के ठिकानों पर मारे गए हैं। इनके अलावा उनके निवास और कार्यालय पर भी छापे मारे गए हैं। ये छापे पुराने मामलों में सीबीआई ने नया केस दर्ज कर मारे गए हैं। मामले वर्ष 2010-14 के बीच के हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम पर करीब ढाई सौ चीनी नागरिकों से 50 लाख रुपये लेकर उनका वीजा बनवाने का आरोप है। आरोप है कि अपने पिता के केंद्रीय गृहमंत्री रहते कार्ति चिदंबरम ने चीनी कंपनियों के लोगों को अपने प्रभाव से वीजा दिलवाया था। कार्ति चिदंबरम पर आरोप है कि उन्होंने कथित रूप से तलवंडी साबो पावर लिमिटेड प्रोजेक्ट के लिए काम कर रहे चीनी इंजीनियर्स से रिश्वत लेकर उनका वीजा जारी कराया था। वीजा दिलवाने के बदले उन पर 50 लाख रुपये लेने का आरोप है।
सीबीआई ने कार्ति चिदंबरम और उनके सहयोगियों के खिलाफ विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। कार्ति चिदंबरम आईएनएक्स मीडिया के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की मंजूरी पाने के लिए पहले से ही जांच के दायरे में हैं। एयरसेल-मैक्सिस समझौते और विदेशी निवेश सवंर्धन बोर्ड द्वारा आईएनएक्स मीडिया को 305 करोड़ रुपये का विदेशी धन प्राप्त करने की मंजूरी दिलाने से जुड़े कई आपराधिक मामलों में जांच का सामना कर रहे हैं। उन्होंने यह विदेशी धन अपने पिता पी चिदंबरम के वित्त मंत्री रहते प्राप्त किया था। सीबीआई को आईएनएक्स मीडिया मामले से जुड़ी जांच के दौरान वीजा मामले की जानकारी मिली।
गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प के बीच इस खुलासा से सनसनी फैल गई थी कि राजीव गांधी फाउंडेशन को दान के नाम पर चीन से काफी अधिक मात्रा में वित्तीय मदद मिली थी। कांग्रेस और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के बीच एमओयू के बाद अब यह खबर काफी चर्चित हुई थी।