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Ravi Kishan: रवि किशन को कोर्ट से बड़ी राहत, DNA टेस्ट की मांग कोर्ट ने कि खारिज

Ravi Kishan: भोजपुरी और हिंदी सिनेमा के सितारे रवि किशन को मुंबई के कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। खुद को रवि किशन की बेटी बताते वाली 25 साल की महिला शिनोवा ने कुछ वक्त पहले एक्टर के डीएनए टेस्ट की मांग की थी। अब मुंबई के दिंडोशी सेशन कोर्ट ने शिनोवा की इस अपील को खारिज कर दिया है। 25 साल की शिनोवा ने दावा किया था कि रवि किशन उसके बायोलॉजिकल पिता है। कोर्ट ने कहा कि रवि किशन और दावा करने वाली महिला शिनोवा कि मां का कोई परिवार से संबंध नहीं था, ऐसे में ये कोई मामला नहीं बनता। अभी कोर्ट के पूरे आदेश को जारी नहीं किया गया है।

इसके कुछ दिन बाद रवि किशन की पत्नी प्रीति शुक्ला ने लखनऊ के हजरतगंज पुलिस थाने में अपर्णा ठाकुर, उनकी बेटी शिनोवा, पति राजेश सोनी, बेटे सौनक सोनी समाजवादी पार्टी के लीडर विवेक कुमार पांडे और एक खुर्शीद खान नाम के पत्रकार, जो एक यूट्यूब चैनल चलाते हैं, के खिलाफ FIR दर्ज करवाई थी।

 

महिला ने की थी डीएनए टेस्ट की मांग

 

गोरखपुर से भाजपा प्रत्याशी रवि किशन को मुंबई की कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. अदालत 25 साल की शिनोवा सोनी की उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने रवि किशन के DNA टेस्ट की मांग की थी। शिनोवा ने दावा किया था कि रवि किशन उसके बॉयोलॉजिकल पिता हैं।

मुंबई की महिला अपर्णा ठाकुर ने रवि किशन को अपना पति बताते हुए 15 अप्रैल को एक प्रेस कांफ्रेंस की। शिनोवा ने याचिका दाखिल करके रवि किशन का DNA टेस्ट कराने की मांग की। शिनोवा ने याचिका दायर कर कहा कि उसे आधिकारिक तौर पर रवि किशन की बेटी के रूप में पहचान मिले। शिनोवा ने कोर्ट से यह भी अनुरोध किया है कि वह यह आदेश दे कि रवि किशन एक बेटी के तौर पर उसकी जिम्मेदारी लेने से इनकार न करें।

Aashish Gupta

आशीष गुप्ता ने जागरण इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन से पत्रकारिता का डिप्लोमा किया है और राजनीतिक विज्ञान में MA करने के बाद वह राष्ट्रीय सहारा, दैनिक जागरण जैसे देश के प्रमुख समाचार संस्थानों में कार्यरत रहे। 2015 में पीआर कंपनी मेक यू बिग मीडिया प्राइवेट की स्थापना करने के बाद 2021 में फ़ेडरल भारत की शुरुआत की।

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आशीष गुप्ता ने जागरण इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन से पत्रकारिता का डिप्लोमा किया है और राजनीतिक विज्ञान में MA करने के बाद वह राष्ट्रीय सहारा, दैनिक जागरण जैसे देश के प्रमुख समाचार संस्थानों में कार्यरत रहे। 2015 में पीआर कंपनी मेक यू बिग मीडिया प्राइवेट की स्थापना करने के बाद 2021 में फ़ेडरल भारत की शुरुआत की।

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