नौकरी के नाम पर करोड़ों की वसूलीः नौकरी के नाम पर किसी खाते में रुपये ट्रांसफर करने के पहले हो जाएं सावधान
आधार कार्ड व पैन कार्ड भी सोच-समझकर किसी को दें, हो सकता है इसे फर्जी तैयार कर खाता खुलवाए और रुपये ट्रांसफर करवा ले
नोएडा। अगर कोई नौकरी देने के नाम पर आप से किसी खाते में रुपये ट्रांसफर करने को कहता है तो कृपया सावधान हो जाएं। संबंधित खाते की भली-भांति जांच कर लें। हो सकता है कि यह खाता ही फर्जी हो। इस खाते में डाली गई आप की राशि बेकार हो जाए और आप ठगी के शिकार हो जाएं। किसी को भी आधार कार्ड व पैन कार्ड सोच-समझकर दें। हो सकता है इसे कोई फर्जी तैयार कर खाते खुलवाकर रुपयों का लेन-देन शुरू कर दे। इसमें आप भी ठगी के शिकार हो सकते हैं।
फर्जी आधारकार्ड से खोले खाते, करोड़ों का लेन-देन
गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट थाना सेक्टर 63 नोएडा की पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड बनाकर तथा उसी आधार कार्ड पर फर्जी बैंक खाते खोलकर उन खातों में करोड़ो रुपये का लेन-देने का मामला पकड़ा है। पुलिस ने इस आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। ये नौकरी दिलाने के नाम पर इन्हीं खातों में रुपये ट्रांसफर कराते थे।
गिरोह बनाकर लोगों को ठगते थे
नोएडा सेक्टर 63 की पुलिस ने आज रवीवार को विभिन्न माध्यमों से मिली गोपनीय सूचना के आधार पर कार्रवाई कर फर्जी आधार कार्ड बनाकर और उन्हीं आधार कार्डों पर फर्जी बैंक खाते खोलकर उन खातों में बेरोजगार युवकों से नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये लेन-देने का पर्दाफाश किया है। इस कार्य को बकायदा गिरोह बनाकर किया जा रहा था। पुलिस ने गिरोह के चार आरोपियों को दबोच लिया है।
कौन हैं पकड़े गए आरोपी
पुलिस ने ठगी गिरोह के जिन चार लोगों को गिरफ्तार किया है उनकी पहचान अजय कुमार निवासी जैन साहब का मकान गली नंबर-31 हसनपुर डिपो के पास मधु बिहार थाना मधु बिहार दिल्ली, नरेश चन्द गुप्ता मूल निवासी कस्बा बजीरगंज थाना बजीरगंज जिला बदायूं वर्तमान निवासी पंडित जी का मकान सरकारी स्कूल के पीछे गली नंबर-9 निठारी सेक्टर 31, नोएडा, जावेद खान निवासी ग्राम नगर थाना अरनिया जिला बुलन्दशहर और सिद्धार्थ गुप्ता निवासी ई 420 साया जीवन गौर सिटी प्रथम थाना बिसरख ग्रेटर नोएडा शामिल है। पुलिस ने इन्हें सी ब्लॉक चौराहा से गिरफ्तर किया।
कैसे देते थे अपराध को अंजाम
गिरोह के सदस्य बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलाने का झांसा देते थे। वे उनके आवेदन पत्र लेकर उनके फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड बनवा देते थे और उनके फर्जी बैंक खाता खुलवा देते थे। गिरोह के लोग ऐसे लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर रुपयों की वसूली करते थे।
गिरोह के सदस्यों के काम बंटे हुए थे
इस गिरोह के चारो सदस्यों की अलग अलग भूमिका निर्धारित थी। इसमें अजय और नरेश गुप्ता बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाते थे। जावेद फर्जी आधार कार्ड और पैन कार्ड तैयार करता था। सिद्धार्थ बैंक खाते खुलवाता था और अवैध तरीके से रुपयों का लेन-देन करता था। पुलिस ने इनके खिलाफ भादवि की धारा 420/467/468/471/34 के तहत मामला दर्ज किया है।
क्या हुआ इनके पास से बरामद
पुलिस ने इनके पास से एक लेपटॉप, एक प्रिंटर, एक बायोमेट्रिक मशीन, एक रैटिना स्कैनर, एक थम्ब स्कैनर, एक वेब कैमरा, 6 फर्जी आधार कार्ड, दो फर्जी पैन कार्ड और एक मोटर साइकिल बरामद की है।