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अनुरोधः सरफेस पार्किंग को बरकरार रखने को लिखा सीईओ को पत्र

किसने लिखा है पत्र, किस विभाग के सीईओ को भेजा गया है, पत्र में क्यों जरूरी बताया गया है सरफेस पार्किंग

नोएडा। सेक्टर 18 मार्केट एसोसिएशन नोएडा के अध्यक्ष सुशील कुमार जैन ने नोएडा विकास प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रितु माहेश्वरी को लिखे एक पत्र के जरिये नोएडा की सड़कों के किनारे सरफेस पार्किंग को बरकरार रखने की अपील की है।

सरफेस पार्किंग को खत्म करने का अंदेशा

सीईओ को लिखे गए पत्र में सुशील कुमार जैन ने कहा है कि ऐसे समाचार हैं कि नोएडा की सड़कों के किनारे सरफेस पार्किंग को खत्म करने की नीति लाई जा रही है। हालांकि समाचारों में यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि सेक्टर 18 की भीतरी सड़कों के किनारे सरफेस पार्किंग होगी या नहीं, लेकिन इस खबर से ऐसा प्रतीत होता है कि सेक्टर 18 की सड़कों से सभी सरफेस पार्किंग को हटाने की योजना बनाई जा सकती है।

सरफेस पार्किंग की बहुत जरूरत

पत्र में अनुरोध किया गया है कि नोएडा सेक्टर 18 बाजार की सड़कों के किनारे सरफेस पार्किंग बहुत जरूरी है। क्योंकि बाजार में बहुमंजिला पार्किंग सेक्टर 18 के मुख्य बाजार से ग्राहकों के लिए काफी दूरी पर है। साथ ही इस बहुमंजिला पार्किंग को डीएलएफ मॉल ऑफ इंडिया के पास बनाया गया है। पार्किंग स्थल की दूरी और डीएलएफ मॉल से सटे स्थान पर होने की वजह से सेक्टर 18 बाजार के व्यवसाय पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने का एक प्रमुख कारण है।

पार्किंग को खत्म करने के हो चुके हैं प्रयास

पत्र में यह जानकारी दी गई है कि जब से यह मल्टी लेवल पार्किंग बनाई गई है, तब से नोएडा विकास प्राधिकरण सरफेस पार्किंग को खत्म करने के कई प्रयास कर चुका है। इसके बाद सेक्टर 18 मार्केट एसोसिएशन नोएडा ने लगातार विरोध और बाजार बंद किया है।  सेक्टर-18 मार्केट के व्यापारियों के विरोध करने के कारण ही, सेक्टर 18 मार्केट एसोसिएशन के सदस्यों ने इस सरफेस  पार्किंग को हटाने की अनुमति नहीं दी है जो बाजार के कारोबार को बढ़ावा देने के लिए बाजार की महत्वपूर्ण विशेषता है।

 

यदि इस संबंध में सेक्टर 18 से सरफेस पार्किंग को समाप्त करने के लिए कोई विचार चल रहा है, तो सरफेस पार्किंग को समाप्त करने का विचार वापस ले लिया जाए।

सेक्टर 18 में सरफेस पार्किंग खत्म होने से सेक्टर 18 का कारोबार असल में खत्म होने की कगार पर पहुंच जाएगा।

पत्र में जताई है उम्मीद

पत्र में उम्मीद जताई गई है कि सेक्टर 18 के हितो की रक्षा के लिए सरफेस पार्किंग की व्यवस्था को बनाए रखा जाएगा। पत्र में कहा गया है कि आज का बाजार आसानी से पार्किंग और पास के क्षेत्र में सुविधा के साथ चलता है। अगर ग्राहकों को पास में यह सुविधा नहीं मिलती है तो ग्राहक मॉल्स की ओर रुख कर लेंगे। जहां बड़े मॉल जैसे प्रतिस्पर्धी पहले से ही सेक्टर 18 के ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए हर तरह से पकड़ने के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। इसी के साथ ही ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ई-कॉमर्स रिटेल ने पहले ही हाई-स्ट्रीट बिजनेस को नुकसान पहुंचा चुका है।

व्यवसायी हैं डरे हुए

पत्र में जानकारी दी गई है कि नोएडा विकास प्राधिकरण द्वारा सरफेस पार्किंग को खत्म किए जाने के प्रस्ताव आने के अंदेशे से सेक्टर 18 बाजार के व्यवसायी डरे हुए हैं। इससे सेक्टर 18 बाजार के व्यापारिक समुदाय में अशांति फैल जाएगी। पत्र के जरिये सीईओ से अनुरोध किया गया है कि सेक्टर 18 बाजार के व्यापारियों के बीच अनावश्यक आक्रोश से बचने के लिए अभी की तरह सरफेस पार्किंग की व्यवस्था के साथ सरफेस पार्किंग के साथ नीति बनाई जानी चाहिए।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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