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नोएडा एक्सटेंशन की ऐस सिटी सोसाइटी में एओए बोर्ड की कार्यशैली के विरोध में रेजिडेंट्स का फूटा गुस्सा, लोगों ने शुरू किया क्रमिक अनशन

नोएडा वेस्ट : नोएडा एक्सटेंशन की ऐस सिटी सोसाइटी में एओए बोर्ड की कार्यशैली के विरोध में रेजिडेंट्स सड़क पर आ गए है। रेजिडेंट्स ने शुक्रवार रात सोसाइटी के बाहर क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। निवासियों का कहना है कि मांगें नहीं माने जाने पर डिप्टी रजिस्ट्रार के कार्यालय पर कूच करेंगे।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित ऐस सिटी सोसाइटी में एओए का गठन अक्टूबर 2021 को हुआ था। एओए का रजिस्ट्रेशन 16 जून 2022 को हुआ था। वर्तमान एओए ने सोसाइटी की कॉमन सर्विसेज व मेंटेनेंस का हैंडओवर बिल्डर से 31 दिसंबर 2022 को लिया था। 15 जून 2023 को पहली एओए का कार्यकाल समाप्त हो गया है। नियम के अनुसार वर्तमान एओए का कार्यकाल समाप्त होने से पहले ही आगामी एओए बोर्ड के गठन की प्रकिया पूर्ण हो जानी चाहिए थी लेकिन वर्तमान एओए ने निवासियों की बार-बार माँग के बाबजूद भी चुनाव प्रक्रिया शुरू करने में देरी की।
उत्तर प्रदेश अपार्टमेंट एक्ट 2010 आदर्श उपविधि 2011 के अनुसार वर्तमान बोर्ड का कार्यकाल पूर्ण होने से पहले पूरे बोर्ड का चुनाव होना चाहिए लेकिन अप्रैल 2023 में सक्रिय निवासियों ने वर्तमान एओए पदाधिकारियों से GBM में एओए चुनाव के बाबत पूछा तो उन्होंने कहा कि केवल खाली (4) पदों पर चुनाव कराएँगे।

इस निवासियों की राय जानने के लिए सोसाइटी में एक हस्ताक्षर अभियान चलाया गया जिसके अंतर्गत सोसाइटी के रेजिडेंट ओनर्स से डोर टू डोर जाकर पूरे बोर्ड के चुनाव की माँग संबंधी ज्ञापन पर हस्ताक्षर कराये गए। एक महीने चले इस हस्ताक्षर अभियान में 1168 निवासियों ने पूरे बोर्ड के चुनाव की माँग का समर्थन ज्ञापन पर हस्ताक्षर करके किया।

इन 1168 ज्ञापन पत्रों की स्कैन कॉपी को मेल के माध्यम से एओए पदाधिकारियों को भेजा गया, लेकिन उन्होंने उसका कोई संज्ञान नहीं लिया। तत्पश्चात सक्रिय निवासियों का एक समूह डिप्टी रजिस्ट्रार से मिला तथा पूरे बोर्ड के चुनाव कराने का आदेश जारी करने का आग्रह किया। डिप्टी रजिस्ट्रार ने नियमानुसार पूरे बोर्ड का चुनाव कराने के लिए पत्र लिखा। फिर भी इस पर कोई जबाब नहीं दिया गया।

एओए ने हाल ही में 21 मई 2023 को पहली AGM (Annual General Meeting) बुलाने का नोटिस जारी किया जोकि कोरम पूरा नहीं होने के कारण स्थगित हो गयी। ध्यान रहे कि वर्तमान एओए का कार्यकाल 16 जून 2023 को समाप्त हो रहा था फिर भी अकारण देरी करते हुए 4 जून 2023 को पुनः AGM बुलाने का निर्णय लिया।

इस AGM में एसोसिएशन के उपस्थित सदस्यों ने सर्वसम्मति से पूरे बोर्ड का चुनाव कराने की बार बार माँग की जबकि वर्तमान एओए पदाधिकारी पूरे बोर्ड के चुनाव की माँग को नकारते रहे। अंततः AGM के तय समय रात्रि (07:00 ~10:00) के बाद लगभग 10:35 बजे चुनाव कमेटी के नामांकन लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी जबकि चुनाव कमेटी के गठन या नामांकन का कोई बिंदु AGM के एजेंडे में ही नहीं था साथ ही तब तक काफी सदस्यगण मीटिंग से जा चुके थे। फिर भी निवासियों ने एओए पदाधिकारियों से आग्रह किया कि चुनाव कमेटी में सभी टावर का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करते हुए चुनाव कमेटी का गठन किया जाना चाहिए।

एओए पदाधिकारियों ने उस माँग को ठुकरा दिया तथा नामांकन की प्रकिया प्रारंभ कर दी। 21 सदस्यों से चुनाव कमेटी के लिए अपने नाम दिए।

चुनाव कमेटी के लिए इस प्रकार प्राप्त 21 नॉमिनशन में से 2 एसोसिएशन के सदस्यों के नामों को बिना कोई कारण बताए हटा दिया गया। पूछने पर एक सदस्य को बताया गया कि आप अपने अपार्टमेंट के को-ओनर हैं। तथा दूसरे को बताया गया कि आपने एसोसिएशन की सदस्यता नहीं ली है। जबकि नियमतः को-ओनर को (आवश्यकता पड़ने पर ओनर से अनापत्ति पत्र लेकर) चुनाव प्रक्रिया के सभी चरणों (चुनाव लड़ने, वोट देने, चुनाव कमेटी आदि) में भाग लेने का अधिकार प्राप्त है। दूसरे सदस्य ने भी 1000/- की सदस्यता शुल्क देकर रिसीविंग प्राप्त की हुई है। एओए के इन निर्णयों से उनकी मनमानी व बदनीयत पर संदेह होता है।

एओए पदाधिकारियों ने आनन-फानन में 11 जून 2023 3 घंटे के शार्ट नोटिस पर चुनाव कमेटी के लिए नॉमिनेटेड 19 सदस्यों की मीटिंग बुलाई जिसमें 8 सदस्य उपस्थित हुए। सभी ने पुनः एक स्वर में चुनाव कमेटी के निष्पक्ष व पारदर्शी पुनर्गठन की मांग की जिसको उपस्थित एओए पदाधिकारियों ने अनसुना कर दिया। उन 8 सदस्यों को एक अटेंडेंस शीट पर हस्ताक्षर कराकर चुनाव कमेटी घोषित कर दिया। जिससे उनका चुनाव में गड़बड़ी व धांधली का इरादा स्पष्ट होता है।

एओए ने इस नवगठित चुनाव कमेटी के बिना किसी परामर्श के ही चुनाव का पूरा schedule, चुनाव संबंधी नियम, eligible वोटर लिस्ट आदि भी जारी कर दिए हैं। एओए के इन एकतरफा, मनमाने निर्णयों से पूरी चुनावी प्रक्रिया में उनका प्रभाव/प्रभुत्व स्पष्ट दिखाई देता है।

2532 फ्लैट की सोसाइटी में केवल 461 फ्लैट्स के लोगों को की वोट देने का अधिकार दिया गया है जोकि 20% से भी कम है। सोसाइटी के लगभग 80% से अधिक लोगों को उनके मताधिकार से वंचित कर दिया है।

एओए पदाधिकारियों की कार्यशैली, मनमाने निर्णय, निवासियों को मताधिकार से वंचित करने व चुनाव में संभावित गड़बड़ियों को देखते हुए सोसाइटी के निवासी एक सप्ताह से शांतिपूर्ण-क्रमिक अनशन कर रहे हैं। शुक्रवार को भी अनशन जारी रहा। सोसाइटी निवासी विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं जाएगी, तब तक अनशन जारी रहेगा।

Aashish Gupta

आशीष गुप्ता ने जागरण इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन से पत्रकारिता का डिप्लोमा किया है और राजनीतिक विज्ञान में MA करने के बाद वह राष्ट्रीय सहारा, दैनिक जागरण जैसे देश के प्रमुख समाचार संस्थानों में कार्यरत रहे। 2015 में पीआर कंपनी मेक यू बिग मीडिया प्राइवेट की स्थापना करने के बाद 2021 में फ़ेडरल भारत की शुरुआत की।

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आशीष गुप्ता ने जागरण इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन से पत्रकारिता का डिप्लोमा किया है और राजनीतिक विज्ञान में MA करने के बाद वह राष्ट्रीय सहारा, दैनिक जागरण जैसे देश के प्रमुख समाचार संस्थानों में कार्यरत रहे। 2015 में पीआर कंपनी मेक यू बिग मीडिया प्राइवेट की स्थापना करने के बाद 2021 में फ़ेडरल भारत की शुरुआत की।

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