समीक्षा बैठकः किसानों की शिकायतों के समाधान के लिए जिलों में विशेष कंट्रोल रूम स्थापित हो
मुख्य सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक में दिए निर्देश
लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश के सभी मंडलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में कृषि, नियोजन, पशुधन और स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की उन्होंने समीक्षा की।
धान खऱीद केंद्रों की नियमित करें
समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों तथा मंडलायुक्तों को धान खरीद केंद्रों का नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में किसानों की शिकायतों के समाधान के लिए विशेष कंट्रोल रूम स्थापित किए जाएं। किसानों की धान तौलाई में किसी भी प्रकार की अनियमितता नहीं होनी चाहिए। किसानों को किसी भी प्रकार की समस्याएं न हो, इसके लिए डिजिटल सिस्टम का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग किया जाए। अवैध धान के भंडारण तथा बिचौलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की करें।
पराली नहीं जलाने को करें जागरूक
मुख्य सचिव ने कहा कि किसानों को पराली न जलाने को लेकर जागरूक कर उन्हें इससे होने वाले नुकसान के बारे में बताया जाए। फसल अवशेषों को काटकर खेत में पानी लगाकर एवं यूरिया छिड़ककर खेत में ही पराली को गलाने का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। संवेदनशील गांवों में जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा कैम्प लगाकर पराली जलाने की घटनाओं को रोका जाए। विभिन्न विभागों के कर्मचारियों को समन्वय स्थापित करने के लिए ग्रामवार ड्यूटी लगाई जाएं। सभी जिलों में ‘पराली दो, खाद लो’ कार्यक्रम को अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जाए जिससे पराली जलाने की घटनाएं न हों।
डेंगू के खिलाफ चलाएं अभियान
उन्होंने कहा कि सभी जिलों में डेंगू तथा अन्य संचारी रोगों पर नियंत्रण के लिए सघन फॉगिंग एवं लारवीसाईडल स्प्रे अभियान युद्धस्तर से चलाया जाए। सभी जिलों में डेंगू तथा अन्य संचारी रोगों की जांच के लिए ब्लड कंपोनेंट सेपरेटर यूनिट्स की उपलब्धता, पर्याप्त मात्रा में प्लेटलेट्स तथा आवश्यक किट्स की लगातार समीक्षा की जाए। साथ ही जिला अस्पतालों में बेड और औषधियों की कमी भी नहीं होनी चाहिए।
डीएम मथुरा ने दी जानकारी
इससे पूर्व जिलाधिकारी मथुरा ने प्रधानमंत्री मत्स्य संम्पदा योजना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मथुरा में 2021-2022 में 2843 लोगों को मत्स्य पालन द्वारा रोजगार दिया गया है। पालीकल्चर तकनीकी द्वारा मत्स्य पालकों को मत्स्य पालन कराने से 2021-22 में उत्पादन में 2040 टन की वृद्धि हुई है। वर्तमान में मत्स्य पालक झींगा पालन से प्रति एकड़ ₹ 2.50 से 3 लाख की आय हो रही है।
जिलाधिकारी फिरोजाबाद ने बताया कि शहर में तालाबों का जीर्णोद्धार करने के लिए अपना तालाब स्वच्छ तालाब अभियान चलाया गया। इस महाभियान में 81 तालाबों की सफाई की जा चुकी है। तालाबों को सिल्ट चैम्बर और नालियों से जोड़ने के अतिरिक्त कार्य किये जा रहे हैं।
जिलाधिकारी लखीमपुर ने सम्पूर्ण सुपोषण अभियान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अप्रैल 2022 में संपूर्ण सुपोषण अभियान के अंतर्गत सैम और मैम बच्चों को चिन्हित किया गया था, जिसमें सैम बच्चे 1081 थे, अक्टूबर में सैम बच्चों में से 902 बच्चे सामान्य श्रेणी में आ चुके है। इसके अलावा अप्रैल में ही मैम बच्चे 11770 चिन्हित किए थे, पिछले माह मैम बच्चे 10488 बच्चे सामान्य श्रेणी में आ चुके हैं।
कमिश्नर अयोध्या ने बताया कि अयोध्या मंडल में वर्ष 2021-22 के दौरान धान क्रय के भुगतान में आई तकनीकी समस्याओं का निस्तारण किया गया। कुछ किसानों की एन.पी.सी.आई. मैपिंग, मृत्यु हो जाने तथा उम्र अधिक होने से आधार बायोमैट्रिक न हो पाने के कारण भुगतान लंबित था, उन किसानों को पीपीए मोड के माध्यम से भुगतान किया गया।
बैठक में अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव पशुपालन डा0 रजनीश दुबे, प्रमुख सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पार्थसारथी सेन शर्मा, सचिव नियोजन आलोक कुमार सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी आदि उपस्थित थे।