इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के मामले में याद किया जायेगा रितु माहेश्वरी का कार्यकाल, किसानों और डूब क्षेत्र में अवैध कॉलोनियों के निर्माण पर नहीं कर पाई कोई ठोस काम
नोएडा : बुधवार को योगी सरकार ने नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी का तबादला गौतमबुद्धनगर से बाहर कर दिया है। कानपुर के कमिश्नर प्राधिकरण के नए सीईओ होंगे। सीईओ रितु माहेश्वरी के कार्यकाल पर लोगों ने मिलीजुली प्रतिक्रिया व्यक्त की है। नेफोवा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनीष कुमार ने उनके कार्यकाल को यादगार बताया है। किसान नेताओं ने सरकार के फैसले का स्वागत किया है और नए सीईओ से उनके मामलों के समाधान करने की मांग की है।
नेफोवा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनीष कुमार ने बताया कि रितु माहेश्वरी के कार्यकाल में नोएडा में इंफ्रास्ट्रक्चर का बहुत विकास हुआ है। उनका कार्यकाल यादगार रहा है। उन्होंने गलत निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदारों पर लगाम लगाई। उनके कार्यकाल में कई बड़ी निर्माण कंपनियों को ब्लैकलिस्टेड किया गया।
सीटू नेता गंगेश्वर दत्त शर्मा ने कहा कि रितु माहेश्वरी केवल अमीर लोगों के बीच रही। उन्होंने किसानों की समस्याओं को सुलझाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्य के अलावा डूब एरिया में अवैध कॉलोनियों का जमकर विकास हुआ। हालाँकि नेफोवा ने इस मामले में रितु माहेश्वरी का बचाव किया है और कहा है कि सिंचाई विभाग की जमीन पर प्राधिकरण को कार्रवाई करने का कोई अधिकार नहीं था। प्राधिकरण की तरफ से कई पत्र विभाग को लिखे गए थे लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
सेक्टर 18 मार्किट एसोसिएशन के अध्यक्ष सुशील कुमार जैन ने कहा कि रितु माहेश्वरी का कार्यकाल याद रखा जायेगा। स्वच्छ सर्वेक्षण में नोएडा कई मामलों में ऊपर रहा।उन्होंने नए सीईओ से नोएडा में पीने का साफ़ पानी, परिवहन व्यवस्था को बेहतर बनाने की मांग की।