Sambhal Jama Masjid Survey : पथराव-फायरिंग और आगजनी में 3 मुस्लिम की मौत, डीएम, एसपी पुलिस बल के साथ मौके पर मौजूद
Sambhal News : उत्तर प्रदेश के संभल जिले में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान अचानक हिंसा भड़क उठी। कई कार और बाइक को आग के हवाले कर दिया गया, जिससे वे जलकर खाक हो गए। सूचना मिलने के बाद डीआईजी और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। बताया जा रहा है कि पुलिस और प्रशासनिक अफसर भीड़ को समझाने की कोशिश कर रहे थे, तभी एक गली से हजारों की संख्या में लोग आ गए और देखते ही देखते पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस पर गोलीबारी भी की गई, जिसके परिणामस्वरूप तीन लोगों की मौत हो गई।
फायरिंग और पथराव में तीन की मौत
इस हिंसा में तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक, फायरिंग और पथराव के दौरान तीन व्यक्तियों को गोली लगी। मृतकों की पहचान नईम, रोमान और विलाल के रूप में हुई है। इन तीनों को गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया था, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। कई पुलिसकर्मी भी इस घटना में घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वीडियो में दिखाई दे रही पुलिस की समझाइश
हिंसा के दौरान एक वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई उपद्रवियों को समझाते हुए नजर आ रहे हैं। इसके बावजूद, छतों से पत्थर फेंके जा रहे थे और सड़क पर हजारों पत्थर पड़े हुए थे, जो स्थिति को और भी विकट बना रहे थे। पुलिस पर फायरिंग और पथराव से माहौल और तनावपूर्ण हो गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कड़ा रुख
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हिंसा पर गहरी नाराजगी जताते हुए पत्थरबाजी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है। डीजीपी प्रशांत कुमार पूरे मामले की निगरानी कर रहे हैं। राज्य सरकार ने बवाल के बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया है, और पीएसी की तीन कंपनियों को भी घटनास्थल पर भेजा गया है।
सर्वे की स्थिति
इस हिंसा के बावजूद, जामा मस्जिद में सुबह 7:30 बजे से लगभग दो घंटे तक सर्वे जारी रहा। कोर्ट कमिश्नर रमेश राधव की अगुवाई में टीम ने मस्जिद के विभिन्न हिस्सों का निरीक्षण किया। हिंदू पक्ष की ओर से मस्जिद को मंदिर होने का दावा किया गया था, जिसके बाद कोर्ट ने सर्वे का आदेश दिया था। कोर्ट कमिश्नर की रिपोर्ट 29 नवंबर तक कोर्ट में पेश की जाएगी।
साजिश की संभावना
हिंसा के पीछे किसी साजिश का अंदेशा भी व्यक्त किया जा रहा है। सवाल उठ रहा है कि सुबह 6 बजे अचानक एक हजार लोग कहां से एकत्रित हो गए। इसके अलावा, सड़कों पर पड़े ईंट-पत्थर और छतों से फेंके गए पत्थर इतनी बड़ी संख्या में कहां से आए, यह भी जांच का विषय है। पुलिस को लगता है कि इस पूरे घटनाक्रम के पीछे पहले से कोई योजना बनाई गई होगी।
मौके पर पुलिस बल तैनात
पुलिस ने इलाके में कड़ी निगरानी शुरू कर दी है और सभी संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। डीएम और एसपी भी अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर मौजूद हैं और स्थिति को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।