सनसनीखेज घटना : सीबीआइ के छापे के बाद बुलंदशहर के चीफ सुपरिडेंटेंट ने गोली मारकर खुदकुशी की, एसएसपी के नाम लिखा सुसाइड नोट
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बुलंदशहर (फेडरल भारत न्यूज) : सीबीआइ के छापे की चौबीस घंटे के भीतर ही बुलंदशहर के प्रधान डाक अधीक्षक त्रिभुवन प्रसाद सिंह ने अपने अलीगढ़ स्थित आवास पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली। इससे पहले उन्होंने एसएसपी बुलंदशहर के नाम लिखा सुसाइट नोट वाट्सएप पर शेयर किया है। जिसमें लिखा है कि कुछ लोगों के गलत काम का दबाव बनाने के कारण यह कदम उठा रहा हूं।
सीबीआइ ने जांचे थे दस्तावेज
डाक अधीक्षक त्रिभुवन प्रसाद सिंह मूल रूप से अलीगढ़ जिले के लोधा के गांव अकराबात के रहने वाले थे और एक दिन पहले ही उनके कार्यालय पर सीबीआइ की दो सदस्यीय टीम ने जांच की थी। टीम ने वर्ष 2016 से अब तक के कर्मचारियों से संबंधित दस्ताबेज और फाइलों की छानबीन की थी। बताया जाता है कि विभाग के सेवानिवृत्त कर्मचारी बनवारी लाल की शिकायत पर यह जांच की गई थी। सीबीआइ टीम ने इस दौरान कार्यालय में मौजूद कर्मचारियों से पूछताछ की थी। रात करीब नौ बजे तक टीम शाखा डाकपाल पदों पर हुई नियुक्तियों, लीप टूर कन्वेंस आदि से जुड़े दस्तावेजों को खंगालती रही।
एसएसपी के नाम लिखा सुसाइड नोट
प्रधान डाक अधीक्षक ने बुलंदशहर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नाम लिखे सुसाइड नोट में कई नामों को उल्लेख करते हुए उन पर परेशान करने का आरोप लगाया और खुदकुशी के लिए उन लोगों को ही जिम्मेदार बताया। अपने सुसाइड नोट में त्रिभुवन प्रसाद ने सुरेश कुमार पुत्र शंभू पाल, तत्कालीन उपडाकपाल मनोज कुमार, पूर्व मेल ओवसीयर योगेंद्र सिंह तथा अनूपशहर के पूर्व मेल ओवरसीयर बनवारी लाल पर परेशान करने का आरोप लगाया है। बनवारी लाल वहीं शख्स हैं, जितने सीबीआइ से डाक विभाग में गड़बड़ियों की शिकायत की थी।