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हैरान करने वाली न्यूज : विधवा महिला के नवजात शिशु को ढाई लाख में बेचा गया, दंपती की तलाश

ग्रेटर नोएडा (फेडरल भारत न्यूज) : जेवर कोतवाली पुलिस को विधवा महिला की मौत की गुत्थी सुलझा लेने में तो सफलता मिल गई, परंतु उसके नवजात शिशु की पहेली को हल नहीं किया जा सका है। कहा जा रहा है कि नवजात शिशु जिंदा है और उसे ढाई लाख रुपये में बेचा गया।

विधवा की कोख में था प्रेमी का बच्चा
विधवा महिला मुबीना की मौत कथित तौर पर गर्भपात के दौरान हुई थी। इस संबंध में 15 अगस्त को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। छानबीन के दौरान पुलिस को हैरान करने वाली जानकारी का पता चला कि मुबीना की कोख में उसके प्रेमी जमशेद का बच्चा पल रहा थी। बताया जाता है कि उसने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। जन्म के बाद बच्चे को ढाई लाख रूपये में फरीदाबाद में बेचा गया था। पुलिस अब उस दंपती को तलाश रही है, जिसने यह बच्चा खरीदा है। हालांकि पुलिस इस संबंध में कोई भी अधिकृत जानकारी नहीं दे रही है।

छह अगस्त को लापता हुआ थी महिला
पुलिस के अनुसार छह अगस्त को विधवा महिला मुबीना लापता हुई थी। 15 अगस्त को उसके बेटे वसीम ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पुलिस ने बीते शनिवार को मामले का खुलासा किया था। पुलिस ने खुलासा करते हुए दावा किया था कि पड़ोस के युवक जमशेद से महिला गर्भवती हुई थी। लोकलाज के डर से वह डिबाई में गर्भपात के लिए पहुंचे थे। जहां उसकी मृत्यु हो गई। आरोपितों ने उसके शव को झाड़ियों में छिपा दिया था। बाद में महिला की मोबाइल डिटेल से इस मामले का खुलासा हुआ।

Mukesh Pandit

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के हापुड़ शहर (अब जिला) में जन्म। एसएसवी पीजी कालेज से हिंदी एवं समाजविज्ञान में स्नातकोत्तर की शिक्षा। वर्ष 1988 से विभिन्न समाचार पत्रों दैनिक विश्वमानव, अमर उजाला, दैनिक हरिभूमि, दैनिक जागरण में रिपोर्टिंग और डेस्क कार्य का 35 वर्ष का अनुभव। सेवानिवृत्त के बाद वर्तमान में फेडरल भारत डिजिटल मीडिया में संपादक के तौर पर द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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Mukesh Pandit

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के हापुड़ शहर (अब जिला) में जन्म। एसएसवी पीजी कालेज से हिंदी एवं समाजविज्ञान में स्नातकोत्तर की शिक्षा। वर्ष 1988 से विभिन्न समाचार पत्रों दैनिक विश्वमानव, अमर उजाला, दैनिक हरिभूमि, दैनिक जागरण में रिपोर्टिंग और डेस्क कार्य का 35 वर्ष का अनुभव। सेवानिवृत्त के बाद वर्तमान में फेडरल भारत डिजिटल मीडिया में संपादक के तौर पर द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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