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श्रीमद भागवतः उद्धव चरित, कंस वध व रुक्मणि विवाह का रोचक वर्णन

नोएडा के सेक्टर-93 स्थित श्रमिक कुंज प्रथम में श्रीमद भागवत कथा का छठवां दिन, कथा व्यास विनोद कृष्ण महाराज कर रहे कथा

नोएडा। सेक्टर-93 नोएडा स्थित श्रमिक कुंज प्रथम में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के छठवें दिन मंगलवार को कथा व्यास विनोद कृष्ण महाराज ने उद्धव चरित्र, कंस वध एवं रुक्मणि विवाह का रोचक वर्णन किया। श्रीमद भागवत कथा के प्रसंग को श्रद्धालुओं ने मनोयोग सेे सुना।

कथानक यहां से करते हैं शुरू

भगवान कृष्ण और बलराम कंस के दरबार में प्रवेश करते हैं। वहां मदमस्त हाथी को उनके ऊपर छोड़ दिया जाता है। भगवान श्रीकृष्ण उसका एक प्रहार से वध कर देते हैं। कंस द्वारा तमाम योद्धाओं को श्रीकृष्ण और बलराम को मारने के लिए भेजता है। कृष्ण और बलराम सभी को मारकर अपने परमधाम को पहुंचा देते हैं। भगवान कृष्ण अभिमानी कंस के बाल पकड़ कर सिंहासन के नीचे गिरा देते हैं और उसके पापों की याद दिलाते हैं। कृष्ण अपने प्रहार से कंस का अंत कर देते हैं और अपने परमधाम को पहुंचा देते हैं।

रुक्मणि विवाह का वर्णन

कथा व्यास विनोद कृष्ण महाराज अगले प्रसंग में विदर्भ के राजा भीष्म की पुत्री रुक्मणि ने नारद जी से कृष्ण की प्रशंसा सुनी और मन में कृष्ण को पति रूप में मान लिया। रुक्मणि का भाई रुक्मी कृष्ण से शत्रुता रखता था। वह रुक्मणि का विवाह शिशुपाल से करना चाहता था। रुक्मणि ने एक ब्राह्मण से संदेश कृष्ण के पास भिजवाया। कृष्ण आए और शिशुपाल, जरासंध, रुक्मी और उनकी सेनाओं को परास्त कर रुक्मणि को अपने साथ ले गए और उनसे विवाह किया।

सातवें दिन कथा का ये रहेगा प्रसंग

श्रीमद भागवत कथा आयोजन समिति के प्रवक्ता राघवेंद्र दुबे ने बताया कि बुधवार को कथा के सातवें दिन सुदामा चरित्र, परीक्षित मोक्ष, शुकदेव विदाई आदि प्रसंगों के साथ कथा का विश्राम होगा।

इस अवसर पर समिति के प्रवक्ता राघवेंद्र दुबे, मुख्य यजमान श्यामानंद मिश्रा,पंडित महादेव शर्मा, पंडित महेश पाठक शास्त्री, रवि राघव, सुशील पाल, राजेश राघव, राजेश ध्यानी, बालेंद्र सिंह, महेंद्र कौशिक,संटू मिश्रा सहित तमाम भगवत्प्रेमी भक्त मौजूद रहे।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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