श्रीमद भागवत कथाः तीसरे दिन ध्रुव व प्रहलाद चरित्र व वामन अवतार का रोचक वर्णन
नोएडा के सेक्टर 82 के पॉकेट सात में आयोजित की गई है श्रीमद भागवत कथा, कथा व्यास हैं पुष्कर कृष्ण जी महाराज
नोएडा। नोएडा के सेक्टर 82 के पॉकेट सात में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के तीसरे दिन कथा व्यास पुष्कर कृष्ण जी महाराज ने ध्रुव चरित्र, प्रहलाद चरित्र एवं वामन अवतार का रोचक वर्णन किया।
ध्रुव की कथा
उन्होंने कथा के दौरान कहा कि मनु और शतरूपा के दो पुत्र और तीन पुत्रियां हुईं। पुत्रों के नाम प्रियव्रत और उत्तानपाद। राजा उत्तानपाद की दो रानियां थीं। एक का नाम सुरुचि और दूसरी का नाम सुनीति था। राजा सुरुचि को अधिक प्यार करते थे। उनके पुत्र का नाम उत्तम और सुनीति के पुत्र का नाम ध्रुव था। बालक ध्रुव एक बार पिता की गोद में बैठने की जिद करने लगता है लेकिन सुरुचि उसे पिता की गोद में बैठने नहीं देती है। ध्रुव रोता हुआ मां सुनीति को सारी बात बताता है। मां की आंखों में आंसू आ जाते हैं और वह ध्रुव को भगवान की शरण में जाने को कहती हैं। पांच वर्ष का बालक ध्रुव राज्य छोड़कर वन में तपस्या के लिए चला जाता है। नारद जी रास्ते में मिलते हैं और ध्रुव को समझाते हैं कि मैं तुम्हें पिता की गोद में बैठाउँगा लेकिन ध्रुव ने कहा कि पिता की नहीं अब परम पिता की गोद में बैठना है। कठिन तपस्या से भगवान प्रसन्न हो वरदान देते हैं।
प्रहलाद की कथा
भक्त प्रहलाद की कथा सुनाते हुए व्यास जी ने कहा कि पिता अगर कुमार्ग पर चले तो पुत्र का कर्तव्य है उसे सही मार्ग पर लाए। तमाम विपरीत परिस्थितियों के बाबजूद प्रहलाद ने भक्ति का मार्ग नहीं छोड़ा। भगवान ने नरसिंह रूप में अवतार लेकर हिरण्यकश्यप का वध कर अपने परमधाम को पंहुचाया।
इस अवसर पर राघवेंद्र दुबे, एनके सोलंकी, रवि राघव, रमेश चंद शर्मा, अमितेश सिंह, देवमणि शुक्ल, बृज किशोर सिंह, मुन्ना चौधरी, एसके तिवारी, सुशील पाल, शिववृत तिवारी,उत्तम चंद्रा,राजवीर सिंह, राजेश गुप्ता, संजय शुक्ला, एसके अग्रवाल, सुभाष शर्मा, सियाराम, संगम प्रसाद मिश्र, संजय पांडे, हरी सिंह, गुरमेल सिंह,रमेश वर्मा, गिरिराज जी, प्रमोद श्रीवास्तव सहित भारी संख्या में महिलाएं मौजूद रहीं।