नोएडा में स्मॉग का कहर : बच्चों, बुजुर्गों के लिए जानलेवा साबित हो रही हवा, जानिए क्या हैं बचने के उपाय
Noida News : नोएडा में जारी स्मॉग और धुंध की वजह से शहर की आबोहवा में भारी प्रदूषण फैल गया है, जिससे लोगों को सांस लेने में कठिनाई हो रही है। आसमान पर धूल के गुबार के कारण विजिबिलिटी में भी काफी कमी आई है। प्रदूषण के बढ़ते स्तर के चलते जिला प्रशासन ने 12वीं तक के सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है। एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) 400 पार पहुंच चुका है। प्रदूषण विभाग और प्रशासन ने जल का छिड़काव और धूल हटाने के उपाय शुरू कर दिए हैं, जबकि प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों पर कार्रवाई भी की जा रही है।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए खास सावधानी की जरूरत
कैलाश अस्पताल के सीनियर फिजिशियन, डॉ. सुधीर गुप्ता के अनुसार, बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों को खांसी और कफ की समस्याएं हो रही हैं। खासकर बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर इसका अधिक प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदूषण के कारण खांसी और अन्य सांस संबंधी समस्याएं बढ़ गई हैं, और जिन लोगों को खांसी हो रही है, उन्हें ठीक होने में अधिक समय लग रहा है।
डॉ. गुप्ता ने बच्चों और बुजुर्गों को बाहर जाने से बचने की सलाह दी है, खासकर तब जब प्रदूषण का स्तर अधिक हो। बच्चों के लिए आउटडोर खेलों को बंद करना और स्कूलों को बंद रखने का कदम उचित बताया गया है, ताकि बच्चों के फेफड़ों पर प्रदूषण का असर न पड़े। बुजुर्गों के लिए भी सलाह दी गई है कि वे ऐसे समय में बाहर न निकलें जब प्रदूषण का स्तर अधिक हो। यदि टहलने जाना ही है, तो ऐसे समय पर जाएं जब प्रदूषण कम हो, या फिर घर के अंदर ही व्यायाम करें।
मास्क पहनने की अहमियत
डॉ. गुप्ता ने सभी को मास्क पहनने की सलाह दी है, खासकर जब वे घर से बाहर जाएं। मास्क न केवल प्रदूषण से बचाव करता है, बल्कि इससे सांसों की सुरक्षा भी सुनिश्चित होती है। प्रदूषण से बचने के लिए यह एक बेहद महत्वपूर्ण कदम है, जिसे सभी को पालन करना चाहिए।
आने वाले दिनों में प्रदूषण और बढ़ने की संभावना
वहीं, मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में भी प्रदूषण का स्तर कम होने की संभावना नहीं है, बल्कि यह और बढ़ सकता है। ऐसे में लोगों को और भी अधिक सावधान रहने की जरूरत है, खासकर उन लोगों को जिनकी सेहत पहले से ही कमजोर है।