SOCIETY NEWS : सेक्टर 78 की महागुन मॉडर्न सोसाइटी में पानी की किल्लत को लेकर रेजिडेंट्स का प्रदर्शन, नहीं हो रही फ्लैटों की रजिस्ट्री
नोएडा (फेडरल भारत नेटवर्क) : सेक्टर 78 की महागुन मॉडर्न सोसाइटी में बिल्डर की मनमानी और लापरवाही से रेजिडेंट्स में रोष है। रखरखाव और पानी की किल्लत से लोगों को जूझना पड़ रहा है। आधे से अधिक फ्लैटों की रजिस्ट्री नहीं हुई है। इसको लेकर रेजिडेंटस ने धरना दिया और नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन भी किया था।
50 प्रतिशत फ्लैटों में ही पानी की कनेक्शन
महागुन मॉडर्न सोसाइटी कि गिनती बेहतर सुविधाओं और उच्च मानकों का पालन करने वाली सोसाइटी के तौर पर की जाती है। इसलिए सोसाइटी में फ्लैटों की कीमतें भी काफी ऊंची हैं। लेकिन इसका एक दूसरा और स्याह पक्ष भी है। सोसाइटी में पानी की सबसे बड़ी दिक्कत है। बताया जाता है कि बिल्डर ने सिर्फ 50 फीसदी फ्लैटों के लिए ही पानी का कनेक्शन लिया है। इससे सोसायटी में पानी की जबरदस्त किल्लत है।इससे रेजिडेंटस में नाराजगी है। नोएडा प्राधिकरण की ओर से प्रतिदिन करीब छह लाख लीटर पानी की आपूर्ति की जाती है, जबकि सोसायटी को रोजाना 20 लाख लीटर पानी की जरूरत है।
अपार्टमेंट्स में घटिया निर्माण सामग्री की शिकायतेंसोसायटी के लोगों का कहना है कि अपार्टमेंट्स के निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया है। इसके चलते फ्लैटों की बालकनी का प्लास्टर टूट-टूटकर गिर रहा है। बार-बार शिकायतों के बावजूद कोई मरम्मत का काम नहीं किया जा रहा है।
सोसाइटी में कुल 32 टावर
महागुन मॉडर्न सोसाइटी में 18 और 26 मंजिल के करीब 32 टावर हैं। टू बीएचके से लेकर थ्री बीएचके तक के फ्लैट हैं। इनकी कीमत सवा करोड़ से लेकर साढ़े पांच करोड़ रुपये तक है।
फ्लैटों की रजिस्ट्री तक नहीं
एओए के कार्यवाहक अध्यक्ष मृदुल भाटिया ने बताया कि सोसायटी में तीन सौ से अधिक फ्लैटों की रजिस्ट्री भी नहीं हो पाई है। सोसायटी के लोगों के लिए यह भी बड़ा मुद्दा है। सोसायटी के निवासियों के कई मुद्दे हैं लेकिन बिल्डर की ओर से कोई सुनवाई नहीं की जा रही है।