×
Uncategorizedउत्तर प्रदेशगौतम बुद्ध नगरग्रेटर नोएडाधर्म-कर्मधर्म-कर्मनोएडानोएडा वेस्टराज्य

सूर्य ग्रहण 2025:क्या करें और किन चीजों से बचें ? जानें सबकुछ !

Noida : साल 2025 में पहला सूर्य ग्रहण और शनि अमावस्या एक ही दिन पड़ रहे हैं, जिसे ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण संयोग माना जाता है। शनि देव न्याय और कर्मफल के प्रतीक हैं, सूर्य ग्रहों के राजा और ऊर्जा के स्रोत हैं, जबकि अमावस्या तिथि पितरों को समर्पित होती है।

इन तीनों का एक साथ आना शुभ और अशुभ दोनों प्रभाव डाल सकता है। ऐसे में इस विशेष दिन कुछ महत्वपूर्ण उपाय अपनाने से नकारात्मक प्रभावों से बचा जा सकता है और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त की जा सकती है।

ज्योतिषीय गणना के अनुसार, साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को चैत्र अमावस्या के दिन पड़ेगा। यह ग्रहण दोपहर 2:20 बजे शुरू होकर शाम 6:16 बजे समाप्त होगा। हालांकि, यह सूर्य ग्रहण भारत में मान्य नहीं होगा, इसलिए इसका सूतक काल भी प्रभावी नहीं माना जाएगा।

सूर्य ग्रहण 2025: क्या करें और क्या न करें

पुण्य के लिए करें ये कार्य:

अनाज दान: गरीबों और जरूरतमंदों को गेहूं, चावल, दाल आदि का दान करना शुभ माना जाता है।

वस्त्र दान: जरूरतमंदों को वस्त्र दान करने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।

गुड़ दान: इस दिन गुड़ का दान करना भी विशेष फलदायी माना जाता है।

गुप्त दान: दान करते समय निःस्वार्थ भाव रखें और इसके बारे में किसी को न बताएं, यह अधिक लाभकारी होता है।

इन गलतियों से बचें:

नकारात्मक विचारों से दूर रहें और मन में शांति बनाए रखें।

क्रोध, लोभ और अहंकार से बचें।

ग्रहण के दौरान शुभ कार्य जैसे विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश आदि न करें।

इस समय भोजन पकाने और खाने से बचें।

ग्रहण काल में सोना वर्जित माना जाता है।

किसी भी गरीब, असहाय या बुजुर्ग का अपमान न करें, इससे शनि देव नाराज हो सकते हैं।

इस दिन तामसिक भोजन से परहेज करें।

 

 

 

 

 

Divya Gupta

Tags

Related Articles

Back to top button
Close