बड़े आंदोलन की आहटः किसान व मजदूर की महापंचायत कल, राकेश टिकैत आएंगे
गौतमबुद्ध नगर जिले के तीनों विकास प्राधिकरणों के किसान जूझ रहे हैं विभिन्न समस्याओं से, कर रहे आंदोलन नहीं हो रही सुनवाई
ग्रेटर नोएडा। गौतमबुद्ध नगर जिले में बड़े किसान आंदोलन की आहट सुनाई देने लगी है। कल सोमवार को भारतीय किसान यूनियन की ओर से पूर्वाह्न 11 बजे से जेवर के साबौता कट यमुना एक्सप्रेस-वे के नीचे किसान-मजदूर महापंचायत आयोजित की गई है। इस महापंचायत को भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत संबोधित करेंगे। महापंचायत में गौतमबुद्ध नगर जिले सहित आसपास के जिलों से भी भारी संख्या में किसानों के भाग लेने की संभावना है।
किसानों की विभिन्न समस्याओं पर होगी बात
भारतीय किसान यूनियन पश्चिमी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष चौधरी पवन खटाना, जिला अध्यक्ष गुर्जर रोबिन नागर और मीडिया प्रभारी सुनील प्रधान ने बताया कि महापंचायत में जेवर एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहीत की गई जमीन से प्रभावित किसानों की समस्याओं, उनकी मांगों सहित अन्य समस्याओं पर चौधरी राकेश टिकैत बात करेंगे। वे महापंचायत को संबोधित करेंगे।
वादों पर अमल नहीं
गौतमबुद्ध नगर जिले में तीनों विकास प्राधिकरणों नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण हैं। तीनों ने ही किसानों की जमीन किसी न किसी परियोजनाओं के लिए अधिग्रहीत की है। जमीनों के अधिग्रहण के समय किसानों से लंबे-चौड़े, लुभावने और आकर्षक वादे किए गए थे लेकिन एक दशक भी अधिक समय बीत जाने के बावजूद किसानों की मांग पूरी नहीं हुई है। अधिकारी किसानों से बातचीत करते हैं। आश्वासन देते हैं फिर आंखें मूंद लेते हैं। किसान फिर आंदोलन करते हैं। अधिकारी बैठक कर वादे करते हैं लेकिन करते कुछ नहीं। यहां तक कर्इ मामलों ने विभिन्न अदालतों ने आदेश दे रखे हैं उन पर भी अधिकारी अमल नहीं कर रहे हैं।
नई रणनीति होगी तैयार
इन दोनों ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण पर विभिन्न गांवों के किसान पिछले 47 दिनों से महापड़ाव डाले हुए हैं। इन दौरान कई दौर की वार्ता विभिन्न स्तर पर किसानों से हुई लेकिन कोई हल नहीं निकला। 33 किसान नेताओं क जेल भेज दिया गया है। किसानों का महापड़ाव आज भी जारी है। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के पास सलारपुर कट अंडरपास पर किसान पिछले 28 दिनों से अपनी मांगों के समर्थन में धरना दे रहे हैं। यहां भी वही समस्या है अधिकारी बातचीत के लिए बुलाते हैं। लेकिन हल कुछ नहीं निकलता। नोएडा विकास प्राधिकरण पर फिलहाल धरना तो नहीं चल रहा है लेकिन किसान नेता सुखवीर खलीफ के नेतृत्व में कई बार आंदोलन हो चुका है। यहां किसानों को आश्वासन मिला है। यहां कभी भी किसानों का आंदोलन शुरू हो सकता है। तीनों विकास प्राधिकरणों से किसानों की अमूमन एक समान मांग हैं। एक समान समस्याएं हैं लेकिन समाधान नहीं निकला है। तीनों किसान नेताओं ने बताया कि इस महापंचायत में किसानों के धरने को लेकर नई रणनीति बनाई जाएगी। बड़े आंदोलन का निर्णय लिया जा सकता है।