कामयाबीः जदयू के पूर्व जिलाध्यक्ष के बेटे को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद बदमाशों के चंगुल से छुड़ाया
दो बदमाश गिरफ्तार, एक घायल, दूसरा कांबिंग के दौरान पकड़ा गया, तीन की तलाश जारी
ग्रेटर नोएडा। गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट थाना बीटा-2 की पुलिस ने मुठभेड़ के बाद जनता दल यूनाइटेड (जदयू) नेता के बेटे समेत दो अपहृतों को बदमाशों के चंगुल से सकुशल छुड़ा लिया है। अपहृत दिलबर खान मिनहाज खान का बेटा है। मिनहाज बिहार के बांका जिले के जदयू के पूर्व जिला अध्यक्ष हैं। दिलबर के साथ ही एक अन्य का भी अपहण हुआ था पुलिस ने उसे भी सकुशल छुड़ा लिया है। अपहरणकर्ताओं ने इन्हें छोड़ने के लिए पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी थी।
कहां हुई मुठभेड़
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि 22 अगस्त को थाना बीटा-2 की पुलिस ने अपहरण कर फिरौती मांगने वाले आरोपियों को चेकिंग के दौरान चूहडपुर अंडर पास से परी चौक जाने वाले सर्विस रोड पर हुई मुठभेड के दौरान आरोपी अय्यूब निवासी कस्बा मवाना जिला मेरठ हाल पता निवासी ग्राम हल्दौनी थाना ईकोटेक-3 गौतमबुद्धनगर और दूसरा आरोपी राशिद निवासी गंगागढ थाना पहासू जिला बुलन्दशहर हाल पता हल्दौनी थाना ईकोटेक-3 गौतमबुद्धनगर को गिरफ्तार किया गया। इनके चंगुल से अपह्रत दिलबर खान (मिनहाज खान का बेटा, मिनहाज खान जदयू बांका जिला बिहार के पूर्व अध्यक्ष हैं) निवासी मिलकी दोस्तनी पोस्ट हसाय थाना धनकुन्ड जिला बांका बिहार और परवेज अंसारी निवासी मिलकी दोस्तनी पोस्ट हसाय थाना धनकुन्ड जिला बांका बिहार को सकुशल बरामद कर लिया है। आरोपी अय्यूब पुलिस की गोली लगने से घायल हो गया है। उसे इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में लभर्ती कराया गया है।
क्या हुआ बरामद
पुलिस ने अपहरण के दोनों आरोपियों के पास से एक-एक पिस्टल, दो कारतूस जिंदा, एक कारतूस का खोखा और अपहरण करने में प्रयोग की गई अर्टिगा कार बरामद किया है।
क्या है पूरा मामला
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार रविवार 21 अगस्त की शाम को अय्यूब और राशिद अपने साथियों (सह अभियुक्तों) के साथ मिलकर परीचौक से दिलबर और उसके दोस्त को अर्टिगा कार में डालकर अपहरण कर ले गए थे। अपहरण के बाद उन्होंने परिजनों से पांच लाख रुपये की फिरौती की मांगी थी। इस बारे में दिलबर के शाहिद की तहरीर पर अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया था।
पुलिस ने बिछाया जाल
अपहरण का मुकदमा दर्ज होते ही पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के खिलाफ जाल बिछाना शुरू कर दिया। उसने अपहरणकर्ताओं के बारे में जानकारी जुटानी शुरू कर दी। अपहरणकर्ताओं द्वारा मांगी गई फिरौती की डमी रकम लेकर उनके बताए स्थान चूहडपुर अंडरपास पहुंच पुलिस ने उन्हें नोटों के स्थान पर कागजों की डमी गड्डी बनाकर बैग में रखकर दी। अपह्रत को सकुशल कब्जे में लिया गया। डमी नोटों का बैग और अपह्रत के आदान-प्रदान होने पर बिना मौका दिए अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जाने लगा। इस पर अभियुक्तों ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर दी। इसके जवाबी कार्रवाई में अय्यूब को गोली लग गई। उसे घायल अवस्था में और उसके साथी राशिद को गिरफ्तार कर लिया गया। उनके तीन अन्य साथी मौके से भाग गए। अभियुक्तों के चंगुल से अपह्रत दिलबर खान और उसके दोस्त परवेज अंसारी को सकुशल बरामद कर लिया गया।