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उत्तर प्रदेशगौतम बुद्ध नगरलखनऊ

ज्ञानवापी में कमिश्नर सर्वे पर सुप्रीम कोर्ट का रोक से इनकार

श्रीकृष्ण जन्मभूमि के वादी की याचिका स्वीकार, एक जुलाई से शुरू होगी सुनवाई

नई दिल्ली। सर्वोच्च न्यायालय (सुप्रीम कोर्ट) ने वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के इलाहबाद हाईकोर्ट के कमिश्नर सर्वे पर रोक से इनकार कर दिया है। दूसरे यूपी के मथुरा श्री कृष्ण जन्मभूमि के वादी द्वारा ईदगाह मस्जिद का सर्वे कराने की याचिका को स्थानीय न्यायालय ने स्वीकार कर लिया है। मामले की सुनवाई पहली जुलाई को आरंभ होगी।

उधरा मथुरा से मिली जानकारी के अनुसार श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद मामले में श्रीकृष्ण जन्मभूमि के पक्षकार ने सिविल जज (सीनियर डिवीजन) की अदालत में अर्जी दी। अर्जी में कोर्ट कमिश्नर नियुक्त कर वीडियोग्राफी सर्वे कराने की मांग की गई है। बृहस्पतिवार को ही इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने आदेश जारी किया था कि चार महीने में सभी याचिकाओं का निस्तारण हो।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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