किसानों और प्राधिकरण के बीच अस्थायी समझौता : 7 दिनों का दिया अल्टीमेट, मांग पूरी न होने पर 9 दिसंबर को करेंगे दिल्ली कूच
Delhi News : यूपी के किसानों ने दिल्ली कूच की योजना को फिलहाल एक हफ्ते के लिए टाल दिया है। यह निर्णय किसान नेताओं और ग्रेटर नोएडा, नोएडा तथा यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ हुई एक महत्वपूर्ण बैठक के बाद लिया गया। इस समझौते के बाद, नोएडा एक्सप्रेस-वे से बैरिकेडिंग हटा दी गई है और वहां आवाजाही फिर से शुरू हो गई है।
किसानों ने केंद्र सरकार को 7 दिन का अल्टीमेटम दिया
किसानों ने अपनी प्रमुख मांगों पर निर्णय लेने के लिए केंद्र सरकार को सात दिन का समय दिया है। इस दौरान वे दलित प्रेरणा स्थल पर धरना देंगे। अगर इस अवधि में उनकी मांगें पूरी नहीं की जातीं, तो किसान 9 दिसंबर को दिल्ली कूच करेंगे।
पुलिस और किसानों के बीच नोकझोंक
सोमवार को, किसान नोएडा के महामाया फ्लाईओवर के पास एकत्रित हुए और संसद का घेराव करने के लिए दिल्ली की ओर बढ़े। पुलिस ने उन्हें दलित प्रेरणा स्थल पर रोक लिया, जिसके बाद किसानों और पुलिस के बीच हल्की नोकझोंक हो गई। पुलिस ने दिल्ली-यूपी को जोड़ने वाले चिल्ला बॉर्डर पर बैरिकेडिंग की थी, लेकिन किसानों ने इसे तोड़ते हुए अपनी आगे बढ़ने की कोशिश की।
किसानों की प्रमुख मांगें
1. किसानों को भूमि अधिग्रहण के बदले 10% प्लॉट दिया जाए।
2. मुआवजा 64.7% की दर से दिया जाए।
3. नए भूमि अधिग्रहण कानून के अनुसार, बाजार दर का 4 गुना मुआवजा दिया जाए।
4. भूमिधर और भूमिहीन किसानों के बच्चों को रोजगार और पुनर्वास के सभी लाभ दिए जाएं।
प्राधिकरण और किसानों के बीच हुई लंबी वार्ता
किसानों की प्रमुख मांगों को लेकर तीनों प्राधिकरणों (ग्रेटर नोएडा, नोएडा और यमुना) के अधिकारियों से किसानों की कई घंटे चली बातचीत के बाद, प्राधिकरण ने किसानों से एक हफ्ते का समय मांगा। किसानों ने इस समय को मान लिया है और कहा कि वे एक हफ्ते तक दलित प्रेरणा स्थल पर आंदोलन जारी रखेंगे।
बैरिकेडिंग हटाई गई, आवाजाही फिर से शुरू
इस समझौते के बाद, नोएडा एक्सप्रेस-वे से बैरिकेडिंग हटा दी गई है, जिससे यातायात फिर से सुचारू रूप से चलने लगा है। हालांकि, किसान नेताओं ने स्पष्ट किया है कि यदि एक हफ्ते में उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तो किसान 9 दिसंबर को दिल्ली कूच करेंगे।