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कुत्तों का आतंकः महिला पर कुत्तों ने हमला किया, चार दर्जन से अधिक टांके लगे

नोएडा प्राधिकरण की टीम कुत्तों को पकड़ने के लिए पहुंची, डॉग लवर्स ने पकड़कर ले जाने का किया विरोध

नोएडा। नोएडा के सेक्टर 142 थाना क्षेत्र के सेक्टर 137 में पारस टियरा सोसाइटी में इन दिनों आवारा कुत्तों का आतंक है। सुबह सोसाइटी में किसी काम के लिए निकली यहां निवासी टीना पर आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया। कुत्तों के हमले की खबर सुनते ही सोसायटी में हंड़कंप मच गया। इससे पहले भी सोसायटी के लोगों पर कुत्ते हमला कर घायल कर चुके हैं।

उनका कहना है कि डॉग लवर्स कुत्तों को सोसाइटी में रखते हैं। आए दिन कुत्तों के हमला करने की घटनाएं घट रही हैं। टीना पर आवारा कुत्तों के हमले की खबर सुनकर नोएडा विकास प्राधिकरण की टीम कुत्तों को पकड़ने के लिए पहुंची थी लेकिन डॉग लवर्स ने इसका विरोध किया। अभी कुत्ते सोसाइटी के अंदर ही हैं।

काफी संख्या में हैं आवारा कुत्ते

पारस टियरा सोसायटी में काफी संख्या में आवारा कुत्ते रहते हैं। डॉग लवर्स उन्हें खाना आदि देते हैं। इससे ये आवारा कुत्ते सोसायटी में ही बने रहते हैं। यही कुत्ते अन्य लोगों के लिए परेशानी का कारण बने हुए हैं।

कुत्तों के हमले से घायल टीनी अपना प्रारंभिक इलाज कराकर वापस अपने घर पहुंच गई हैं।

वीडियो जारी कर जानकारी दी

टीना ने कुत्तों के हमले की घटना नोएडा के सेक्टर-137 स्थित पारस टियरा सोसायटी में घटी। सोसायटी की निवासी टीना सिंह इस घटना की बारे में वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर किया है। टीना ने बताया कि वह सुबह अपने फ्लैट से बेसमेंट में आई थीं। तभी अचानक पांच आवारा कुत्तों ने उन पर हमला कर दिया। वे मदद के लिए जोर से चिल्लाई। सोसाइटी के सिक्योरिटी गार्ड उस वक्त बैठक कर रहे थे। वे लोग भागकर आए और उन्हें कुत्तों से छुड़वाया। वह किसी तरह बुरी तरह से घायल अवस्था में अस्पताल पहुंची। कुत्तों से बचने के लिए वह शरीर को सिकोड़ कर लेट गई थी। इससे उनकी पीठ और शरीर के दूसरे हिस्सों पर कुत्तों ने बुरी तरह काटा है।

टीम कुत्तों को पकड़ने गई, डॉग लवर्स ने किया विरोध

नोएडा प्राधिकरण की टीम कुत्तों को पकड़ने पहुंची लेकिन डॉग लवर्स ने इसका विरोध किया। उनका कहना है कि डॉक्टर ने उन्हें बताया है कि मेरे दाहिने हाथ की हड्डी को कुत्तों ने काट दिया है। हड्डी टूट गई है। दांत मांस में गहरे धंस गए थे। हड्डी टूट गई है। इसके लिए आपरेशन कराना पड़ेगा। सप्ताह भर से अधिक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ेगा।

टीना का कहना है कि  मैं अकेली रहती हूं। घर में एक छोटा बच्चा है। उसे हादसे के बारे में जानकारी नहीं है। मैंने डॉक्टर से प्रारंभिक इलाज करने के लिए अनुरोध किया था। उन्होंने पट्टी बांध दिया है। दोबारा अस्पताल जाकर भर्ती होना पड़ेगा। डॉक्टर का कहना है कि न्यूनतम सप्ताह भर तो भर्ती होना पड़ेगा। आपरेशन पर करीब एक लाख रुपये से अधिक खर्च का अनुमान है। आपरेशन के बाद भी अर्से तक इलाज जारी रहेगा।

पहले सोसायटी के लोगों की सुरक्षा जरूरी

टीना ने कुत्तों से प्रेम करने वालों से अपील की है कि कुत्तों से प्रेम करना ठीक है लेकिन व्यक्ति की सुरक्षा सबसे पहले होनी चाहिए। जो घटना घटी है वह किसी अन्य के साथ न घटे, इसका उपाय किया जाना बहुत जरूरी है। जो लोग कुत्ते सोसाइटी में रखे हैं और उन्हें खाना खिला रहे हैं, उनके परिवार के किसी सदस्य के साथ भी इस तरह की घटना हो सकती है।

कई आवारा कुत्ते हैं सोसायटी में

पारस टेरा सोसायटी में कई आवारा कुत्ते हैं। उन्हें डॉग लवर्स खाना आदि खिलाते हैं। यही कारण है कि सोसायटी से कुत्ते कहीं जाते हैं। यही कुत्ते लोगों के लिए आतंक बने हुए हैं। इससे पहले भी वे कई लोगों हमला कर चुके हैं। उन्होंने डॉग लवर्स से अनुरोध किया है कि अगर प्राधिकरण और प्रशासन इनके खिलाफ कोई कार्रवाई करें तो उसमें बाधा नहीं डालें।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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