×
उत्तर प्रदेशलखनऊ

प्रशासन को मिली खुली छूट अब पत्थरबाजों पर गिरेगा गाज

पूरे प्रदेश से 136 गिरफ्तार, खंगाले जा रहे हैं सीसीटीवी फुटेज

लखनऊ। कानपुर दंगे के बाद देश का माहौल जिस तरह से हुआ हर किसी का निगाह सरकार पर टिका हुई थी कि आखिर सरकार कोई बड़ा एक्शन क्यों नहीं ले रही। शुक्रवार को जिस तरह जुम्मे की नमाज के बाद देश के कई शहरों में पत्थरबाजी की गई। आगजनी कर देश का माहौल खराब किया गया, उसके मद्देनजर योगी सरकार ने बड़ा फैसला ले लिया है।

 

उत्तर प्रदेश के सभी बड़े आला अधिकारियों को बता दिया गया है कि पत्थरबाजों को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। सख्त से सख्त कार्रवाई कर उनको सबक सिखाया जाएगा। अब सरकार की ओर से पूरी छूट प्रशासन को मिल चुकी है जो उपद्रव करने वालों से निपटने के लिए कुछ भी कर सकती है।

जिस तरह से कल प्रयागराज में पुलिस प्रशासन पर पत्थरबाजी की गई प्रयागराज के जिलाधिकारी और पुलिस कप्तानन तथा पुलिस के कई जवानों को चोट लगी। वे घायल हुए। वैसा तस्वीर के बारे में सरकार ने नहीं सोचा था लेकिन पत्थरबाजों ने योगी सरकार को एक हिसाब से चुनौती दे दी थी और उस चुनौती को स्वीकार कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासन को पूरी छूट देकर पत्थरबाजों से हर हाल में निपटने के लिए घोषणा कर दी।

पत्थरबाज किसी भी धर्म, जाति का हो सजा जरूर मिलेगी। उपद्रव करने वालों पर धर्म और जाति देख कर नहीं बल्कि देश का माहौल खराब करने का तस्वीर देख कर सजा दिया जाएगा।

यह संदेश उन लोगों के लिए है जो सोच रहे हैं की सड़कों पर उतरेंगे पत्थरबाजी करेंगे सरकारी संपत्ति का नुकसान करेंगे पुलिस के जवानों पर पत्थरबाजी करेंगे। आम जनजीवन अस्त व्यस्त कर देश का माहौल खराब हो तो ऐसा सोचने वाले वे लोग सुधर जाएं और अपने दिल-दिमाग से पत्थरबाजी, आगजनी तोड़फोड़ करने का इरादा दिल से निकाल दें अन्यथा योगी सरकार की पुलिस सख्त से सख्त कार्रवाई करके सलाखों के पीछे तो डालेगी ही साथ ही बुलडोजर भी अपना काम करेगा।

रोड पर पत्थरबाजी नहीं बल्कि कटोरा लेकर भीख मांगने पर मजबूर होना पड़ेगा।

योगी सरकार का लिया हुआ फैसला वापस नहीं होता वह जनता के लिए जनता के हित के लिए सबका साथ सबका विकास के मुद्दे पर काम करते हैं सरकारी योजनाओं का लाभ बराबर देते हैं इसलिए जब वह एक्शन लेते हैं फिर वह पीछे कदम नहीं रखते।

विभिन्न जिलों से पुलिस ने अब तक 136 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन पर आरोप है कि उन्होंने पत्थरबाजी में भाग लिया था। इनके अलावा सीसीटीवी और भी खंगाले जा रहे हैं। जैसे-जैसे पत्थरबाजों और आगजनी करने वालों की पहचान होती जाएगी वसे-वैसे उनकी गिरफ्तारी भी होगी।

दूसरी ओर गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने एक बयान में कहा है कि

पूरे प्रदेश में पुलिस प्रशासन ने सभी मजिस्ट्रेट सीओ द्वारा पर्याप्त मात्रा में पट्रोलिंग की जा रही थी। कुछ लोग नमाज़ के बाद एकत्र हुए फ़िरोज़ाबाद, मुरादाबाद, सहारनपुर में भी समझया गया। स्थिति नियंत्रण में रही। प्रयागराज में  कुछ लोग प्रयास कर रहे थे कि कुछ माहौल बिगड़े। स्थिति थोड़ी खराब हुई  लेकिन स्थिति नियत्रण में की गई। उन्होंने युवकों से अनुरोध किया कि वे ऐसा न करें। अपनी बात ज्ञापन देकर बोलें। सड़कों पर न आएं। प्रयागराज में जो हुआ उस पर कार्रवाई होगी।

उधर, पुलिस महानिदेशक डीएस चौहान ने एक बयान में कहा कि तीन चार जिलों में प्रोटेस्ट हुआ है। सहारनपुर, फिरोजाबाद, प्रयागराज  पुलिस ने संयम से कंट्रोल किया। कोई जनहानि नहीं हुई है। जहां दंगाइयों ने कानून अपने हाथ में लिया पुलिस बल ने सख्ती से डील किया है। जिन्होंने कानून हाथ में लिया है उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी किसी को छोड़ा नही जाएगा।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Tags

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Related Articles

Back to top button
Close