सुखबीर पहलवान को रिहा करने की मांग ने जोर पकड़ा, जिलाधिकारी कार्यालय पर जुटे किसान , ये हैं मांगें
ग्रेटर नोएडा : किसान नेता सुखबीर पहलवान की रिहाई की मांग को लेकर किसान बुधवार को उग्र हो गए। किसानों ने ग्रेटर नोएडा में महापंचायत कर अधिकारियों को दो टूक कहा है कि अगर किसान नेता की रिहाई नहीं की जाती है तो हालात बिगड़ने की ज़िम्मेदारी प्रशासन की होगी। खबर लिखे जाने तक जिलाधिकारी कार्यालय पर किसानों का धरना जारी था।
कलेक्ट्रेट का घेराव करने के लिए बुधवार को 104 गांव के किसान भारी संख्या में पहुंचे। एनटीपीसी से प्रभावित 2 दर्जन से ज्यादा किसान 31 अक्टूबर से अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। एक नवंबर को एनटीपीसी के बाहर प्रदर्शन कर रहे किसानों को पुलिस ने लाठीचार्ज कर वहां से भगा दिया था पुलिस ने एनटीपीसी के अधिकारियों की शिकायत के आधार पर 13 किसानों को गिरफ्तार कर लिया था। किसान नेता सुशील पहलवान भी गिरफ्तार किए गए थे। किसानों की मांग है कि किसान नेता सुखबीर पहलवान को तुरंत रिहा किया जाए। आज बड़ी संख्या में महिला और किसान कलेक्ट्रेट का घेराव करने के लिए निकले और महापंचायत की। किसानों की मांग है जब तक सुखबीर खलीफा को रिहा नहीं किया जाएगा तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
समान मुआवजा किसानों को देने की मांग
किसान नेता सुखबीर खलीफा के अनुसार, जब 24 गांव की जमीन एनटीपीसी के लिए अधिग्रहित की गई थी तो उस समय एक समान मुआवजा नहीं दिया गया था। उसी मांग को लेकर किसान काफी समय से मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही किसान रोजगार, शिक्षा, मुफ्त बिजली व स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भी मांग कर रहे हैं। किसानों का आरोप है कि एनटीपीसी के द्वारा जो स्कूल बनाए गए हैं,उन स्कूलों में गांव के बच्चों का एडमिशन नहीं हो पा रहा है। ऐसे में किसानों के साथ भेदभाव किया जा रहा है।