गिरफ्तार किसानों की रिहाई को रसूलपुर में किसानों ने दिखाई एकता, दनकौर में टिकैत गुट के किसानों ने पुलिस अधिकारी को दिया ज्ञापन
ग्रेटर नोएडा : एनटीपीसी, दादरी कार्यालय पर अपनी मांगों को पूरा कराने के लिए आंदोलन कर रहे किसानों की गिरफ्तारी के विरोध में गुरूवार को रसूलपुर में नोएडा के किसानों ने भारी संख्या में अपनी उपस्थिति दिखाकर पुलिस को अपनी ताकत का अहसास कराया तो दनकौर में टिकैत गुट के किसानों ने पुलिस अधिकारी को ज्ञापन देकर तुरंत गिरफ्तार किसानों को रिहा करने की मांग की।
भारतीय किसान परिषद के नेता सुखबीर सिंह सहित कई किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के विरोध में रसूलपुर तिराहे पर नोएडा के 81 गांव के किसान गुरूवार को धरना स्थल पर पहुंचे और गिरफ्तार किसानों को तुरंत रिहा करने की मांग की। धरने पर भारी संख्या में महिलाएं भी मौजूद रहीं। धरने पर भारतीय किसान यूनियन अजगर और अन्य संगठन के लोग मौजूद रहे।
दनकौर में भाकियू की बैठक में उछला मुद्दा
दनकौर में भारतीय किसान यूनियन की बैठक में किसानों पर हुए लाठीचार्ज का मुद्दा उछला। बैठक की सूचना मिलने पर एडिशनल डीसीपी विशाल पांडेय और अन्य अधिकारी बैठक में पहुंच गए। किसानों ने लाठीचार्ज के विरोध में पुलिस अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में किसानों को तुरंत रिहा करने, फ़र्ज़ी मुकदमों को वापस लेने, घायल किसानो को
मुआवजा देने, दोषी पोलिकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गयी। ज्ञापन देने वालों में पवन खटाना सहित अन्य किसान शामिल रहे।
किसानों के आंदोलन की ये है मुख्य वजह
करीब साढ़े तीन दशक पहले दादरी में एनटीपीसी की स्थापित करने के लिए 23 गांवों की जमीन अधिग्रहीत की गई थी। किसानों का आरोप है कि जमीन का मुआवजा मुंह देखकर की गई थी। जो लोग खास निकले उन्हें अधिक मुआवजा दिया गया। जिनकी कोई जान-पहचान नहीं थी उन्हें कम मुआवजा मिला। किसान एक समान मुआवजा, जिन गांवों की जमीन अधिग्रहीत की गई है,उन गांवों का विकास और पीड़ित किसान के परिवार के सदस्य को एनटीपीसी में नौकरी की मांग कर रहे थे।