Ganesh Chaturthi : सादोपुर में धूमधाम से मना गणेश चतुर्थी का पर्व, ग्रामीणों ने निकाली भव्य शोभा यात्रा
ग्रेटर नोएडा:- दादरी के गांव सादोपुर में गणेश चतुर्थी का पर्व धूमधाम से मनाया। ग्रामीणों ने गांव में भव्य शोभा यात्रा निकाली।
भगवान गणेश की आकर्षक मूर्ति के साथ शोभा यात्रा पूरे गांव में धूम धाम से निकाली गई। इस दौरान पूरे विधि-विधान से भगवान गणपति का पूजन किया गया और सुख शांति की कामना की गई। शोभा यात्राओं के दौरान भक्तों में काफी उत्साह देखने को मिला। इस शोभायात्रा में गांव की सैकड़ों महिला एवं पुरुषों ने भाग लिया, इस अवसर पर रोहित मत्ते गुर्जर, सुरेंद्र पंडित सहित गांव के कई ग्रामीण मौजूद थे।
कैसे हुई गणेशोत्सव की शुरुआत
गणेशोत्सव सर्वप्रथम महाराष्ट्र के शहर पुणे में सार्वजनिक तौर पर सन् 1893 में मनाया गया था। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के पहले नेता लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने गणेशोत्सव को राष्ट्रीय पहचान दिलाई। हालांकि सन् 1893 से पूर्व भी गणेश उत्सव मनाया जाता था परंतु यह काफी छोटे पैमाने पर मनाया जाता था, धूमधाम से नहीं। उस समय इस अवसर पर घरों में लोग बस भगवान गणेश की पूजा कर लिया करते थे। तब मंदिरों या पंडालों में गणपति जी की स्थापना नहीं की जाती थी।
वहीं उस वक्त के युवा क्रांतिकारी नेता लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक स्वराज के संघर्ष के लिए अपने विचारों को हर व्यक्ति तक पहुंचाना चाहते थे लेकिन इसके लिए उन्हें एक सार्वजनिक मंच की जरूरत थी। तब तिलक ने गणपति उत्सव के अवसर पर सार्वजनिक रूप से अपनी बात लोगों तक पहुंचाई। तब से ही गणेशोत्सव को धूमधाम से मनाया जाने लगा। यानी गणेशोत्सव तभी से राष्ट्रीय एकता का पर्व बन गया जो आजतक जोरों-शोरों से मनाया जाता है।