योगी सरकार की नई पहल: अब पुलिस रूट में शामिल होंगे गो आश्रय स्थल

नोएडा: उत्तर प्रदेश सरकार अब निराश्रित गोवंशियों की सुरक्षा और संरक्षण को लेकर बेहद गंभीर हो गई है। सड़कों, हाइवे और बाजारों में घूमते बेसहारा गोवंश को अब विशेष अभियान के तहत संरक्षित किया जाएगा।
पुलिस रूट में शामिल होंगे गो आश्रय स्थल
प्रदेश सरकार ने सभी जिलों की पुलिस को निर्देश दिए हैं कि वे अपने गश्त के रूट मैप में गो आश्रय स्थलों को शामिल करें। गश्त के दौरान अगर कोई बेसहारा गोवंश सड़कों पर दिखे तो उसे सुरक्षित गो आश्रय स्थल तक पहुंचाया जाएगा।
त्योहारों पर विशेष सतर्कता
ईद-उल-जुहा, रक्षाबंधन, जन्माष्टमी जैसे प्रमुख त्योहारों पर गोवंश की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी। प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि गोवंशी धार्मिक स्थलों या भीड़-भाड़ वाले इलाकों में न पहुंचें।
प्रशासन चलाएगा विशेष अभियान
जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी और पशु चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे नगर निगम, नगर पंचायत और प्राधिकरण के साथ मिलकर विशेष अभियान चलाएं। इस अभियान के तहत गोवंशियों को सड़कों से हटाकर गो आश्रय स्थलों में भेजा जाएगा।
गौतमबुद्ध नगर में गोवंश की स्थिति
जिले में कुल 18 गो आश्रय स्थल सक्रिय हैं, जहां वर्तमान में 8828 गोवंशी संरक्षित हैं। फिर भी लगभग 100 से अधिक गोवंशी सड़कों और हाईवे पर घूमते रहते हैं, जो जाम और दुर्घटनाओं की वजह बनते हैं।