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उत्तर प्रदेशगौतम बुद्ध नगरग्रेटर नोएडानोएडानोएडा वेस्ट

कार्यक्रम में लोगों को नशा नहीं करने की लोगों को दिलाई गई शपथ

अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस पर आयोजित किया गया था कार्यक्रम

नोएडा। भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे नशा मुक्ति अभियान के तहत नशीले पदार्थों के दुरुपयोग एवं अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस का आयोजन किया। इस दौरान यहां आयोजित कार्यक्रम में मौजूद लोगों को भारत सरकार द्वारा निर्देशित नशा मुक्त अभियान की शपथ दिलाई गई।

अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्ति अभियान के अंतर्गत “नशीले पदार्थों के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस का आयोजन राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ग्रेटर नोएडा और स्वास्थ्य विभाग की ओर से राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ग्रेटर नोएडा के सभागार में आयोजित किया गया। इस अवसर के मुख्य अतिथि गौतमबुद्ध नगर जिले के मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह थे। अतिरिक्त उप पुलिस कमिश्नर (एडीसीपी) रणविजय सिंह, एवं जिला समाज कल्याण अधिकारी विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम में महिला थाना की एचएचओ, नीरज भी शामिल थीं।

अतिथियों का हुआ स्वागत

कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत राजकीय आयुविज्ञान संस्थान, ग्रेटर नोएडा के डॉयरेक्टर डॉ० विग्रेडियर राकेश गुप्ता एवं डॉ० सुनील कुमार शर्मा मुख्य चिकित्सा अधिकारी के द्वारा किया गया।

नशे की दुष्प्रभाव की जानकारी दी

राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान की चिकित्सक डॉ० पायल जैन ने नशे के दुष्प्रभाव के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि नशे के चपेट में आने वाला युवा इस तरह जाल में फंसता है कि उसके सोचने समझने की क्षमता नष्ट हो जाती है। इससे वह अपने जीवन में कोई भी निर्णय नहीं ले पाता है। नशा करने के लिए अनेक मादक पदार्थों का सेवन जैसे-शराब, गांजा, चरस, स्मैक, अफीम, बीडी, सिगरेट एवं तम्बाकू आदि का सेवन करने लगता है। नशाखोरी से व्यक्ति अनेक ऐसे गलत कार्यों को करने लगता है जो समाज के खिलाफ होते है।

 

नशे में डूबा व्यक्ति गिरता ही चला जाता है

रणविजय सिंह, एडशिनल डी०सी०पी० ने बताया कि भारतीय समाज मे सबसे अधिक संख्या युवा वर्ग की है। युवा वर्ग देश के विकास का एक महत्वपूर्ण अंग माना जाता है। वर्तमान मे हमारे देश के युवा नशाखोरी की समस्या से जूझ रहे है नशाखोरी मे डूबा हुआ व्यक्ति अनेक समस्याओं का सामना करने की अपेक्षा, समस्याओं को भुलाने के लिये नशे का सहारा लेता है और यह नशा उसके जीवन के शारीरिक, मानसिक, समाजिक एवं आर्थिक स्तर को नीचे गिराता है।

मानसिक बीमारी की मुख्य वजह नशा

आईएमए के अध्यक्ष, प्रसिद्ध मनोचिकित्सक डॉ० सुनील अवाना ने मानसिक स्वास्थ्य एवं मानसिक बीमारियों का प्रमुख कारण नशे की लत की वजह से मानसिक बीमारियां बढ़ रही है।

मुख्य विकास अधिकारी ने लोगों को नशा छोड़ने के लिये प्रोत्साहित किया और बताया कि नशा हमारे सम्पूर्ण जीवन को बर्बाद कर देता है।

जिला समाज कल्याण अधिकारी (नोडल अधिकारी, नशा मुक्त भारत अभियान) ने बताया गया कि नशे से होने वाली मानसिक एवं शारीरिक बीमारियों के बारे में जागरूक किया। डॉ० सुनील कुमार शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, गौतमबुद्धनगर द्वारा बताया गया कि हमारे जिले मे मानसिक स्वास्थ्य विभाग संयुक्त जिला चिकित्सालय, सेक्टर-30, नोएडा में तीन दिन ओपीडी सेवाएं दी जाती है एवं तीन दिन मानसिक स्वास्थ्य टीम द्वारा क्षेत्रीय गतिविधियां, स्कूल / कॉलेज, सामुदायिक / प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों स्वंय सेवी संस्थान इत्यादि में दी जाती है।

डॉ० श्वेता खुराना, जनपदीय सलाहकार द्वारा आये समस्त अतिथिगण को भारत सरकार द्वारा निर्देशित नशा मुक्त अभियान की शपथ दिलवाई गई। जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम द्वारा कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया। डॉ० सुनील दोहरे, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी / नोडल अधिकारी, एन०सी०डी० द्वारा आभार व्यक्त करते हुये सभी को धन्यवाद देते हुये कार्यक्रम का समापन किया।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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